इंदौर। खंडवा में चल रहे जलसत्याग्रह के संदर्भ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कर दिया है कि 212 परिवारों की जिद के लिए हजारों किसानों को नुक्सान नहीं पहुंचाया जाएगा। सरकार इस आंदोलन में किसी भी स्तर पर नही झुकेगी।
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर बांध परियोजना का जल स्तर 189 मीटर से बढ़ाकर 191 मीटर करने के विरोध में डूब प्रभावितों का ‘जल सत्याग्रह’ सातवें दिन में प्रवेश कर गया।
इस बीच, प्रदेश सरकार ने आंदोलनकारियों के सामने नहीं झुकने का संकेत देते हुए कहा है कि वह ‘चंद भ्रमित लोगों के विरोध के कारण’ इस महत्वाकांक्षी जलविद्युत और सिंचाई परियोजना का व्यापक लाभ जरूरतमंद किसानों तक पहुंचाने का काम नहीं रोकेगी।
यहां जारी सरकारी विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हवाले से कहा गया है, ‘चंद भ्रमित लोगों के विरोध के कारण हम ओंकारेश्वर बांध परियोजना के व्यापक लाभ जरूरतमंद किसानों तक पहुंचाने की उपेक्षा नहीं करेंगे।’
विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रदेश सरकार ओंकारेश्वर बांध परियोजना की डूब से प्रभावित कुल 6,329 परिवारों को विभिन्न मदों में करीब 153 करोड़ रुपये की सहायता दे चुकी है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री इन परिवारों के लिये 225 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज वर्ष 2012 में स्वीकृत कर चुके हैं। इससे डूब प्रभावित परिवारों के जमीन मालिकों को अतिरिक्त वित्तीय सहायता हासिल हुई है।
विज्ञप्ति के मुताबिक, ओंकारेश्वर बांध परियोजना के डूब क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक भूमिहीन परिवार को प्रदेश सरकार की ओर से 2,50,000 रुपये दिये गये हैं। इस आर्थिक पैकेज का लाभ उठाकर ज्यादातर परिवार डूब क्षेत्र से हट गये हैं और उनका पुनर्वास किया जा चुका है। विज्ञप्ति में यह दावा भी किया गया है कि ओंकारेश्वर बांध परियोजना के जल स्तर को बढ़ाकर 191 मीटर करने के खिलाफ केवल 221 परिवार ‘बांध विरोधियों के प्रभाव में आकर’ डूब क्षेत्र में बसे हुए हैं।