रायपुर। छत्तीसगढ़ में रायपुर के पास में तिल्दा नेवरा गांव की महिला सरपंच को उसके भाई ने मौत के घाट उतार दिया. दो दिन पहले गीता प्रहलाद नाम की महिला सरपंच ने अपनी मां को मुखाग्नि दी थी. इस बात से नाराज भाई ने मौका पाते ही अपनी बहन पर कुल्हाड़ी से वार किया, जिससे उसकी बहन की मौके पर ही मौत हो गई.
तिल्दा नेवरा गांव की सरपंच गीता प्रहलाद ने अपनी मां की अर्थी उठाने के साथ श्मशान घाट जा कर उसका अंतिम संस्कार भी किया. गीता के इस कदम की आस पास के गांव में काफी चर्चा रही. अंतिम संस्कार के तीसरे दिन शांति पाठ के लिए गीता जब गांव के मंदिर की ओर जा रही थी, तब वहां पहले से घात लगाए बैठे उसके भाई और भतीजे ने गीता पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए. लहू लुहान गीता की मौके पर ही मौत हो गई. अपनी बहन को मौत के घाट उतारने के बाद दोनों आरोपी गांव से नदारद हो गए.
आरोपी ने अपने मां को 22 साल पहले निकाल दिया था. तब गीता प्रहलाद ने मां की देखभाल की थी. कुछ दिन पहले ही गीता की मां की तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई थी. आरोपी तेजराम वर्मा ने कहा कि हिन्दू धर्म में बेटा-नाती रहते हुए क्या कोई बहन अंतिम संस्कार करेगा. बहन से हमारा पहले से हमारा झंझट चल रहा था. फिर मां की मौत हो गई. लेकिन मुझे अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया. पुलिस ने घटना का पता लगते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।