भोपाल। मप्र केबीनेट के मिनिस्ट मिनिस्ट पं. गोपाल भार्गव ने राजधानी के पत्रकारों के नाम एक खुलाखत जारी किया है। इस खत के माध्यम से उन्होंने पत्रकारों के नाम निमंत्रण भी भेजा है। आप खुद पढ़ लीजिए क्या कुछ लिखा है उन्होंने :—
प्रति,
श्रीमान संपादक महोदय,
निमंत्रण-पत्र
यह पत्र किसी विशेष प्रयोजन के लिए सामान्य स्मरण-पत्र है। यह बताना चाहूंगा कि मैं बीते तीस वर्षों से मध्यप्रदेश की विधानसभा का सदस्य हूं और लगातार 12 वर्षों तक कैबिनेट मंत्री रहा हूं। इस कार्यकाल के दौरान मेरी सरकार ने निर्धन कन्याओं के विवाह के सहायतार्थ “कन्यांदान योजना” की शुरुआत की। एक प्रतिष्ठित कर्मकांडी पंडित और जाने-माने राजनीतिक घराने से होने के बावजूद मैंने सामाजिक मिथकों और वर्ग के भेदभाव को मिटाने के लिए निर्णय लिया कि मेरी उच्च शिक्षित पुत्री और पुत्र का विवाह भी उसी मंडप में होगा जिस मंडप में निर्धन व पिछड़े वर्ग में विवाह कार्यक्रम होंगे, जो कि बुंदेलखंड के पिछड़े अंचल से जुड़ा हो। 14 हजार से अधिक निर्धन कन्याओं को कन्यादान योजना के अंतर्गत लिए जाने के बाद और सामाजिक विवाह आयोजनों के लिए एक सकारात्म्क संदेश देते हुए, मैं अपने एकमात्र पुत्र अभिषेक भार्गव (एमबीए) और उच्च शिक्षित पुत्री डॉ.अवंतिका (मेडिकल ग्रेजुएट) का विवाह आगामी 22 अप्रैल 2015 को गढ़ाकोटा, सागर में आयोजित होने जा रहे सामूहिक विवाह समारोह में करने जा रहा हूं। मैं इसकी मेजबानी करुंगा जिसमें मेरे पुत्र-पुत्री के अलावा डेढ़ हजार की संख्यां में अन्य विवाह भी होंगे। इसमें समाज के सभी वर्ग भागीदारी करेंगे। इस क्रम में मेरा आपसे निजी तौर पर निवेदन है कि आप आएं और इस सामाजिक बदलाव के पहले चरण में शामिल हों एवं डेढ़ हजार नवविवाहित युगलों को उनके विवाह के अवसर पर आर्शीवाद दें। आपकी उपस्थिति वर्ग भेदभाव उन्मूलन को लेकर चल रहे सामाजिक आंदोलनों को न केवल प्रोत्साहित करेगी बल्कि दूरदर्शी लोगों के प्रयासों को भी आगे बढ़ाएगी जो कि भारत में सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द्र स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
मेरा प्रयास रहा है कि सभी को निमंत्रण-पत्र मिल सके, यदि कहीं कोई चूक हो गई हो तो उसे न देखते हुए, मेरे निवेदन को स्वीकार करते हुए आप अवश्य पधारे।
आपका,
गोपाल भार्गव
मंत्री, मप्र शासन