राकेश दुबे@प्रतिदिन। भारत ने जब–जब पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, पाकिस्तान ने केवल इंकार किया बल्कि भारत से सबूत मांगे और सबूतों को हमेशा अधूरा करार दिया| वैश्विक स्तर पर उसने हमेशा भारत के इस आरोप को पुष्ट प्रमाण के बावजूद नकारा और उल्टा भारत के विरुद्ध प्रचार किया| अब ब्रिटेन की एक संस्था ने आतंकवादी और विद्रोही गतिविधियों के आधार पर किए गए विश्लेषण में पाकिस्तान को दुनिया का आठवां सबसे खतरनाक देश बताया है।
मार्च 2015 तक की स्थिति के अनुसार, इंटेलसेन्टर के ‘शीर्ष 10 खतरनाक देशों’ की सूची में इराक के पहले और सीरिया के दूसरे स्थान पर रहने के साथ ही पश्चिम एशिया सबसे खतरनाक क्षेत्र बन गया है।
इंटेलसेन्टर के ‘कंट्री थ्रेट इंडेक्स :सीटीआई:’ आतंकवादी और विद्रोही गतिविधियों के अलावा अन्य कई पहलूओं को मिलाकर सीटीआई तय करता है। सबसे ज्यादा सीटीआई मतलब सबसे ज्यादा खतरा। भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान का सीटीआई 122 है जबकि अफगानिस्तान का सीटीआई 183 है।
सीटीआई में शीर्ष 10 देश क्रमश: हैं-
इराक (एक), सीरिया (दो), नाइजीरिया (तीन), सोमालिया (चार), अफगानिस्तान (पांच), लीबिया (छह), यमन (सात) पाकिस्तान (आठ), यूक्रेन (नौ) और मिस्र (दस ) ।
इस सूची का गौर से विश्लेष्ण करने पर कुछ ऐसे तथ्य भी सामने आते हैं जो न केवल भारत में बल्कि विश्व में आतंकवाद की कारण और कारक है | यद्यपि भारत अपनी रक्षा में समर्थ है पर हर दिन कहीं न कहीं आतंकवादी धमकी नजर आती है |यमन के किस्से और घाव अभी खुले ही हुए है, बिहार में एक रैली के दौरान बम ब्लास्ट की साजिश उजागर हुई है | जरूरत वैश्विक स्तर पर कुछ करने की है और यह सूची आँखें खोलने के लिए पर्याप्त है |