भोपाल। उत्तरप्रदेश की गुलाबी गैंग की तर्ज पर बनी महिलाओं की काली गैंग राजधानी में शुक्रवार को डंडे लेकर सड़क पर उतर आई। वे बाइक सवारों को रोककर जबरियां हेलमेट पहना रही थीं। उन्होंने बिना हेलमेट वाले लोगों के मुंह पर कालिख पोतना शुरू कर दिया। यह खबर थाने में मिली तो पुलिस ने महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
हनुमानगंज पुलिस के मुताबिक शहर में काली गैंग उभर कर सामने आई है। इस गैंग की महिलाएं काले कपड़े पहनकर घरों से निकलती हैं। वे शहर की समस्याओं के लिए आवाज उठाने का काम कर रही हैं लेकिन जोश में उन्होंने कानून हाथ में लेना शुरू कर दिया। वे शुक्रवार को दोपहर में नादरा बस स्टैंड के पास चौराहे पर खड़ी हो गईं। उनके हाथों में डंडे थे।
वे दोपहिया वाहन चालकों को रोकने लगीं। उन्हें जबरिया हेलमेट पहनाने की कोशिश की। बिना हेलमेट पहने लोगों को काले टीके लगाए और मुंह काले करने लगीं। यह सूचना थाने में मिली, तो टीआई भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने महिलाओं को समझाया कि वे लोगों को हेलमेट पहनने के लिए मजबूर नहीं कर सकतीं। यह अधिकार उन्हें नहीं है। यह काम पुलिस का है, लेकिन महिलाओं ने अनसुनी कर दी।
भोपाल टॉकीज के पास रहने वाले जावेद खां की शिकायत पर पुलिस ने गैंग की मधु रैकवार, सपना सूर्यवंशी, पिंकी करैले, रजनी महावर, सीमा नामदेव, सुशीला, सावित्री अवस्थी व शैलेंद्र अहिरवार को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ रास्ता रोककर बलवा करने की भी कार्रवाई की गई।
स्कूटी से गिरा दिया युवती को
काले कपड़े पहनी महिलाओं के हौंसले इतने बुलंद थे कि वे सड़क से गुजर रहे लोगों से बदसलूकी करने लगीं। उन्होंने स्कूटी सवार एक युवती को रोक लिया। वह मुंह पर कपड़ा बांधे थी। उसके चेहरे से कपड़ा छीन लिया। इसके बाद उसे स्कूटी से नीचे गिरा दिया। इसी तरह कई युवकों के साथ भी अभद्रता की गई। इस कारण पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की।
दांव उलटा पड़ गया
काली गैंग की महिलाओं ने आरोप लगाया कि वे पुलिस की सहमति से लोगों को हेलमेट पहनने की नसीहत दे रही थीं। लेकिन उनकी शिकायत हो गई, तो पुलिस ने मदद करने के बजाए उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया। इस तरह काली गैंग की महिलाओं को हवालात की हवा खानी पड़ी। उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद ही जमानत पर रिहा हो सकती हैं।