मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले की जड़े वहां से ज्यादा अगर किसी शहर में गहरी हैं तो वह कानपुर ही है. इसका खुलासा ट्यूजडे को उस वक्त हुआ जब एमपी से सात स्पेशल टीमें कानपुर पहुंचीं. सनसनीखेज जानकारी से साफ हो गया है कि यूपी में व्यापमं घोटाले का मुख्य गढ़ कानपुर है, जिसने एमपी के गवर्नर के बेटे को भी अपनी चपेट में ले लिया.
एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि व्यापमं घोटाले की शुरुआत कानपुर से ही हुई है. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के सूत्रों के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी कोचिंग मंडी होने के अलावा नामी मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज होने की वजह से मध्य प्रदेश की जांच एजेंसियों के लिए सबसे बड़ा टारगेट कानपुर ही बन गया है. क्योंकि यहां पर उन्हें रैकेटियर , सॉल्वर और स्कोरर यानी घोटाले से जुड़े सभी पक्ष मिले हैं.
एक दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट्स की गिरफ्तारी, आधा दर्जन पर ईनाम होने के अलावा कानपुर में यह घोटाला सिर्फ मेडिकल एजुकेशन ही नहीं बल्कि इंजीनियरिंग एजुकेशन से भी जुड़ा है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कई अन्य डॉक्टर्स पर एसटीएफ की नजर है. बहुत जल्द और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
यूपी में व्यापमं का गढ़ कानपुर
ऐसा नहीं है कि मध्यप्रदेश की जांच एजेंसियों ने सिर्फ कानपुर में ही गिरफ्तारी और छापेमारी की है. यह टीमें केजीएमयू लखनऊ, आगरा, झांसी, उरई समेत कई मेडिकल कॉलेजों में जाकर गिरफ्तारियां कर चुकी हैं लेकिन केजीएमयू हो या फिर उरई या फिर हमीरपुर यहां पर पकड़े गए सॉल्वर व रैकेटियर्स ने कोचिंग मंडी में रह कर ही पीएमटी परीक्षा की तैयारी की थी. इसके अलावा एचबीटीआई में भी व्यापमं घोटाले के तार जुड़े हैं. इनमें से कई स्टूडेंट्स से जांच टीमें पूछताछ कर चुकी हैं. वहीं कुछ दिन पहले ही भोपाल एसटीएफ ने गुमटी स्थित एक बैंक से भी हजार रुपए के ईनामी रैकेटियर फतेहपुर के सुरेंद्र वर्मा को गिरफ्तार किया था.
दो के रिकॉर्ड मांगे, कोचिंग मंडी में फिर छापेमारी
मंगलवार को भी मध्यप्रदेश के जबलपुर की एसआईटी व ग्वालियर की एसटीएफ की टीम मेडिकल कॉलेज आई थी. इस दौरान जबलपुर की टीम ने स्टूडेंट उमेश कुमार कटियार के मूल रिकॉर्ड्स और उसकी फर्स्ट ईयर की आंसर शीट मांगी. इसके साथ ही ईनामी डॉक्टर निलेश मालवीय के भी ओरिजनल रिकॉर्ड मांगे. निलेश मालवीय को ग्वालियर एसआईटी ने वांटेड घोषित करते हुए 5000 रुपए का ईनाम घोषित किया है. वहीं दोनों शहरों की टीमों ने मंगलवार को भी काकादेव व तुलसीनगर स्थित कोचिंग मंडी जाकर छापेमारी की. इस दौरान टीमें दो कोचिंग और एक हॉस्टल में गई और पूछताछ की.
व्यापमं घोटाले में अब तक कानपुर
मेडिकल स्टूडेंट्स समेत कुल 10 से ज्यादा गिरफ्तारियां
जीएसवीएम के स्टूडेंट्स को नोटिस जिसके से एक दर्जन गिरफ्तार भी हो चुके हैं
पशुचिकित्सक समेत कोचिंग मंडी में रह कर सॉल्वर व रैकेटियर के आधा दर्जन मामले सामने आए
मध्य प्रदेश के रीवां, भोपाल, खंडवा, ग्वालियर, जबलपुर, सागर शहरों की एसटीएफ और एसआईटी कानपुर आकर कर चुकी जांच
कानपुर से ताल्लुक रखने वाले आधा दर्जन स्टूडेंट्स व दूसरे आरोपियों पर ईनाम घोषित
कोचिंग मंडी में मेडिकल की तैयारी कराने वाली कई कोचिंगों में आधा दर्जन से ज्यादा बार छापेमारी
एमबीबीएस कर चुके शहर के कई सीनियर डॉक्टर्स भी घोटाले में जांच के घेरे में
मध्य प्रदेश के आधा दर्जन शहरों की जांच एजेंसियां शहर में तलाश रही आरोपी, अब तक 20 स्टूडेंट्स की गिरफ्तारी
स्कोरर, सॉल्वर, रैकेटियर होने के आरोप में आधा दर्जन स्टूडेंट्स व पासआउट पर घोषित हो चुका ईनाम
काकादेव कोचिंग मंडी से मध्य प्रदेश के अलावा कई अन्य शहरों से जुड़े तार
मंगलवार को भी जबलपुर व भोपाल की जांच एजेंसियों ने कोचिंग मंडी में की छापेमारी