नई दिल्ली। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राहुल गांधी के राजनैतिक गुरू दिग्विजय सिंह अब रिटायर होना चाहते हैं। साथ ही वो चाहते हैं कि उनकी उम्र के दूसरे नेता भी रिटायरमेंट ले लें, ताकि कांग्रेस में नए युवाओं के लिए स्थान बन सके।
राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना के बीच पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘पुराने पत्ते झड़ जाते हैं, नए पत्ते लग जाते हैं। हमारी सेवानिवृत्ति का समय आ गया है। यह युवाओं का युग है।’
रविवार की किसान रैली के लिए योजना का खाका तैयार करने को लेकर हरियाणा के कांग्रेस नेताओं की शुक्रवार को यहां एक सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि वह, अहमद पटेल और कई नेता 38 और 33 साल की उम्र में प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुख बनाए गए थे तथा ‘अब युवाओं का समय है।’
उन्होंने कहा, ‘यह युवाओं का युग है। हमारे लिए सेवानिवृति का समय है। यह प्रकृति का नियम है। युवा मौसम के बसंत हैं। युवकों का नेतृत्व आएगा और वह देश का नेतृत्व करेगा।’
सिंह ने कहा, ‘हमारी सफलता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सफलता है। पार्टी के सारे कार्यकर्ता सोनिया और राहुल के नेतृत्व में लड़ रहे हैं।’ दरअसल, हाल के दिनों में राहुल की नेतृत्व क्षमता के बारे में कांग्रेस के कुछ लोगों ने सवाल किए हैं, खासतौर पर दो पूर्व मुख्यमंत्रियों..पंजाब के अमरिंदर सिंह और दिल्ली की शीला दीक्षित। अन्य ने भी सोनिया गांधी द्वारा नेतृत्व जारी रखे जाने की मांग कर ऐसी ही भावना प्रकट की है।
राहुल गांधी लंबे अवकाश के बाद कल ही वापस लौटे हैं। उनके लौटने पर पूर्व सांसद संदीप दीक्षित सोनिया गांधी के पार्टी का शीर्ष नेता रहने की बात पर अडिग नजर आए और जोर देते हुए कहा कि इस वक्त कोई बदलाव फूट पैदा करेगा और मतदाताओं के बीच कमजोर हो चुकी पार्टी को फिर से मजबूत होने में देर लगेगी। हरियाणा नेताओं की बैठक में आज सिंह ने आरएसएस, भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जोरदार प्रहार किया।