नईदिल्ली। फर्जी आईएएस प्रकरण की आरोपी रूबी चौधरी को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। शहर के एक होटल से गिरफ्तार करने के बाद एसआईटी उसे राजपुर थाने ले गई। वहां उसके साथ लंबी पूछताछ चल रही है। यहां याद दिला दें कि रूबी चौधरी को मुंह बंद रखने के लिए 5 करोड़ का आफर मिला था।
इससे पहले रूबी के बिना पुलिस की इजाजत के शहर छोड़ने पर रोक लगा दी गई थी। एसआईटी में शामिल एसआई प्रियंका रावत ने शुक्रवार को रूबी को नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मामले में रूबी सारे तथ्य भली भांति जानती है। ऐसे में जांच के लिए उसके बयान फिर से लिए जा सकते हैं। वह बिना पुलिस को बताए शहर नहीं छोड़ सकती।
शुक्रवार को एसआईटी की टीम एएसपी शाहजहां अंसारी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर आईडी जोशी और मसूरी कोतवाल चंदन सिंह बिष्ट के साथ अकादमी पहुंची। टीम ने मसूरी कोतवाली में अकादमी के सुरक्षा अधिकारी सत्यवीर सिंह की ओर से दी गई तहरीर को भी मंगाया। जांच टीम ने गार्ड देव सिंह और सुरक्षा इंचार्ज प्रेम सिंह से पूछताछ की।
प्रेम सिंह ने बताया कि रूबी से 29 मार्च को जो पूछताछ की गई उसकी अकादमी ने वीडियोग्राफी करवाई है। इसके बाद रूबी को अकादमी से भेज दिया गया था। एसआईटी ने वो वीडियोग्राफी भी देखी और अपने कब्जे में ले ली। इसके बाद अकादमी के जिस गार्ड रूम में रूबी ठहरी थी वहां जाकर टीम ने जांच की। वहां से कुछ दस्तावेज टीम ने लिए हैं।
इस दौरान अकादमी के अफसरों ने टीम को पूरा सहयोग किया। सूत्रों का कहना है कि रूबी के मोबाइल नंबर की डिटेल भी खंगाली जा रही है कि वह कितने दिन से और किस किस के संपर्क में थी।