प्रेम प्रसंग पर खूनी संघर्ष, 2 परिवारों के मुखियाओं की मौत

रायसेन। बरेली में प्रेम प्रसंग के कारण दो परिवारों में खूनी संघर्ष हो गया। इस खूनी संघर्ष में 2 लोगों की मौत हो गई और 2 गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों को भोपाल हमीदिया अस्पताल में रैफर किया गया है। जानकारी के अनुसार तीन महीने पहले वीरेंद्र का बेटा, विजय की बेटी को भगाकर ले गया था, जिसकी वजह से यह संघर्ष हुआ।

बरेली एसडीओपी ओपी शर्मा के मुताबिक, बरेली के गुराडिया घाट मोहल्ले में खूनी खेल खेला गया। वीरेंद्र सिंह पूर्विया का बेटा सचिन, विजय पूर्विया की बेटी को 11 फरवरी 2015 को भगाकर ले गया था। तब से ही दोनों परिवारों में रंजिश बनी हुई थी। मंगलवार दोपहर 12 बजे वीरेंद्र सिंह के घर पर, विजय ने हमला कर दिया।

विजय का परिवार बरेली से 15 किमी दूर सीरवाड़ा ग्राम का रहने वाला है। पहले वीरेंद्र भी वहीं रहते थे। उसके साथ राजा भैया और लखन भी रहते थे। खूनी संघर्ष में 55 साल के वीरेंद्र को गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई। वीरेंद्र के बेटे अमित(25) और रमन(28) गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल में रैफर कर दिया गया। वहीं, हमला करने आए विजय के साथ राजा भैया का शव भी रोड पर पड़ा मिला। उनकी मौत कैसे हुई, इसका पता नहीं लग सका है। इस हिंसक संघर्ष में दोनों परिवारों के मुखियाओं की मौत हो गई।

सैंकड़ों ने देखी घटना, गवाह कोई नहीं
हिंसक वारदात, बरेली कृषि उपज मंडी से 25 फीट दूर हुई। पुलिस जहां घटना का समय 12 बजे बता रही है, वहीं प्रत्यक्षदर्शी घटना को 1 बजे की बता रहे हैं। वीरेंद्र सिंह और राजा भैया गुट के हिंसक संघर्ष को कई ग्रामीणों ने देखा, लेकिन लोगों के मन में इनकी दहशत इस तरह से बैठी थी कि कोई कुछ नहीं बोला। 1 घंटे तक शव वहीं पड़े रहे और किसी ने भी पुलिस को खबर तक नहीं की। किसी तरह पुलिस को खबर लगी और वह 2 बजे मौके पर पहुंची। वहां, से घायलों को लेकर वे अस्पताल आए और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

मोहल्ला खाली हो गया
इन दोनों परिवारों में कई वर्षों से संघर्ष चल रहा है। 10-15 सालों में इस परिवार में कोई न कोई हिंसक वारदात होती है। तीन महीने से विजय की लड़की गायब थी। तब वे मंगलवार को प्लानिंग के साथ वीरेंद्र के परिवार का खात्मा करने के लिए फरसा, बल्लम, बंदूक लेकर आए और हमला कर दिया। इस घटना से मोहल्ले के लोग इतने दहशत में आ गए कि वे घर में ताला डालकर गायब हो गए कि कहीं गवाही न देनी पड़े।

लौटकर करने पड़ेंगे 3-4 मर्डर
दोनों परिवार में दुश्मनी इतनी जबरदस्त है कि हिंसक संघर्ष में घायल को एंबुलेंस में ही होश आ गया। उसके बाद वह एंबुलेंस में चिल्लाने लगे कि लौटकर आते ही 3-4 मर्डर करने पड़ेंगे।

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