बालाघाट। पुलिस के हाथ लगे 35 लाख के इनामी नक्सली दिलीप उर्फ गुहा की कहानी किसी विद्रोह की कहानी नहीं है बल्कि नक्सलवाद उसकी रगों में समाया हुआ है। वो बचपन से ही नक्सलवादी था। 36 वर्ष की उम्र तक उसने इतने अपराध किए कि 4 राज्यों की पुलिस ने उस पर कुल 35 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। वो कई सारी हत्याओं के अलावा गंभीर अपराधों में मोस्टवांटेड था।
मुखबिर तंत्र द्वारा पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी को मिल रही सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुये उन्हे विकसित किया गया, इसी तारतम्य में दिनांक 20.05.2015 को सूचना प्राप्त हुई की सोनगुड्डा के जंगल में दिलीप उर्फ गुहा उत्तर गढचिरोली - गोंदिया डिविजनल कमेटी का सदस्य अपने अन्य 6-7 सदस्यों के साथ सादे कपड़ो में हथियारों से लैस देखा गया है। जिनका उद्देश्य तेन्दूपत्ता की तोडाई में लगे फड़ मुंशी, ठेकेदारों से अवैध वसूली करना, पुलिस जवान व पुलिस के मुखबिरों को निशाना बनाकर मौत के घाट उतारना है।
प्राप्त सूचना से पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट जोन बालाघाट श्री दिनेश चंद सागर को अवगत कराया जाकर तत्काल पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री गौरव तिवारी , सेनानी हाॅक फोर्स श्री जयदेवन ए, के साथ बैठक आयोजित की जिसमें रणनीति तैयार की गई तदुपरान्त चैकी सोनगुड्डा में तैनात अधिकारियो को रणनीति से अवगत कराकर आॅपरेशन लाॅच करने हेतु कहाॅ गया। सोनगुड्डा में पदस्थ अधिकारियों के नेतृत्व में 03 पार्टीयां सर्चिंग हेतु रवाना की गई। जो सर्चिंग के दौरान पुलिस पार्टी को कंटगटोला और कुर्रेझोड़ी के घने जंगल में कुछ नक्सली हथियारों से लैस सादे कपड़ो में दिखाई दिये। जो पुलिस पार्टी से घिरता देख नक्सली पुलिस पर फायर करते हुये अंधेरा का फायदा उठाकर भाग गये।
इसी दौरान एक नक्सली सदस्य लड़खडाकर गिर पड़ा । जिसका हथियार छिटककर दूर जा गिरा जिसे अन्य नक्सली सदस्य उठाकर ले जाने में सफल रहे। उक्त नक्सली को घेराबंदी का पुलिस पार्टी द्वारा धर-दबोचा गया। जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम दिलीप उर्फ गुहा उइके निवासी ग्राम माटे का होना व अपने आप को उत्तर गढचिरोली- गोंदिया डिवीजन कमेटी का सदस्य होना बताया।
उक्त नक्सली की महाराष्ट्र, छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश जिला बालाघाट सहित लगभग 05 से अधिक जिले में तलाश है। जिसके विरूद्ध 200 से अधिक अपराध पंजीबद्ध है। जिसमें 19 हत्या (302 ताहि0), 29 हत्या का प्रयास (307 ताहि0) के प्रकरण सिर्फ बालाघाट जिले में पंजीबद्ध है। तीनों राज्यों की तरफ से करीब 35 लाख का ईनाम इस पर घोषित है।
उक्त नक्सली को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। चुकि उक्त नक्सली सीपीआई (माओवादी) कैडर का बड़ा सदस्य है। इससे माओवादी कैडर के अन्य बडे सदस्यों के विषय में पूछताछ की जावेगी व मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ, महराष्ट्र में इनके द्वारा छिपाकर रखे डम्प, विस्फोटक, हथियार, नक्सली साहित्य, मैगजीन आदि के विषय में पूछताछ की जावेगी एवं इनके साथ इस तरह की राष्ट्र विरोधी कार्यो में जुडे अन्य सदस्यों, संगठनों के बारे में विस्तृत पूछताछ की जावेगी।
नाम:- दिलीप उर्फ गुहा उइके जाति गोंड उम्र 36 वर्ष ।
पिताः- स्व0 हरूलाल उइके
वर्तमान पताः- ग्राम माटे पुलिस चैकी सोनेवानी थाना रूपझर जिला बालाघाट म0प्र0।
जीवन परिचय
उक्त नक्सली जिला बालाघाट सूदुर नक्सल प्रभावित ग्राम माटे का रहने वाला है। इसका असली नाम दिलीप उइके है। परिवार के लोग इसे गुहा नाम से भी बुलाते है। इसके पिता हरूलाल उइके मृत्यु 2010 में हो गई थी। यह उस समय में दलम में था। उक्त ग्रामों में नक्सलियों का लगातार आना-जाना होने से इसने बचपन से ही नक्सलियों को करीब से देखा है एवं उनके हथियार लेकर चलने और किसी से नही डरने की प्रेरणा लेकर 16 साल की उम्र में सन् 1995 में मलाजखण्ड दलम में शामिल हो गया। उस समय दलम कमाण्डर सूरज टेकाम था। शुरूआत के 02 वर्ष दल में सामान्य सदस्य रहकर पढना, लिखना, बन्दूक रखना, संतरी डयूटी करना आदि सीखा। दल में टंगिया (कुल्हाड़ी) लेकर रहा फिर इसे एयर गन दे दी गई।
02 वर्ष बाद सदस्य बना
02 वर्ष सदस्य रहने के बाद इसे दल में सेल सदस्य बना दिया गया। जिसका कार्य नये लोगों की भर्ती हेतु ग्रामीण नवयुवकों की मीटिंग लेकर उन्हें बहलाफुसलाकर दल में शामिल करना था, इसके बाद इसे कोरची दलम में भेजकर दलम कमाण्डर विजय का सुरक्षा गार्ड बना दिया गया। इसके पश्चात् इसे कोरची दलम का एरिया कमेटी सदस्य बना दिया गया जो 06 वर्ष तक रहा तत्पश्चात यह मिलिट्री दलम में शामिल हो गया 01 वर्ष तक स्पेशल गुरिल्ला स्कॅड में डिप्टी कमाण्डर के रूप में कार्य किया । 02 वर्ष पश्चात् सन् 2008 से डीसीएम (डिवीजनल कमेटी मेंबर) उत्तर गढचिरोली गोदिया डिवीजन का सदस्य है। दलम में रहते हुये इसकी शादी वर्षा से सन् 2005 में हो हुई । शादी के करीब 05 वर्ष तक दोनों दलम में साथ रहे। वर्तमान में दलम की सदस्य संगीता निवासी राशिमेटा के साथ इसका संबंध है। स्टेट कमेटी मेम्बर कोपा और सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर कोबार्ट गांधी जिसे कुछ दिन पहले महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया। दोनो से भी इसके अच्छे संबंध है। कई बार मीटिंग में मिले है।
घोषित ईनाम:-
मध्यप्रदेश शासन - 3.50 लाख
महाराष्ट्र शासन - 16 लाख
छत्तीसगढ शासन- 08लाख
सीआरपीएफ- 05 लाख