चेन्नई। जयललिता के शपथ ग्रहण में शनिवार 52 सेकंड लंबे राष्ट्रगान को 20 सेकंड पहले ही खत्म कर दिया गया। शपथ ग्रहण में 'जन-गण-मन' का छोटा वर्जन बजाया गया। सूत्रों के मुताबिक, जयललिता तयशुदा वक्त के भीतर ही शपथ लेना चाहती थीं , इस वजह से टाइम मैनेज करने के लिए ऐसा किया गया। हालांकि, पूरा राष्ट्रगान कार्यक्रम के अंत में दोबारा से बजाया गया। संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने बताया कि इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है। पहले भी कई मौकों पर होता रहा है।
शुभ मुहूर्त में घर से निकलीं
जयललिता सुबह दस बजकर 37 मिनट पर शपथ ग्रहण में शामिल होने घर से रवाना हुईं। वह ठीक 11 बजे मद्रास यूनिवर्सिटी की ऑडिटोरियम पहुंचीं। कार्यक्रम आधे घंटे के अंदर खत्म हो गया। सूत्रों के मुताबिक, जयललिता शुभ मुहूर्त को लेकर अपने ज्योतिषियों पर बहुत ज्यादा भरोसा करती हैं। शुक्रवार को भी जब जयललिता को अपने प्रशंसकों के सामने आना था, तो पत्रकारों को बताया गया कि वह 1 बजकर 28 मिनट पर सबके सामने आएंगी।
हरी साड़ी और शनिवार का कनेक्शन
जयललिता ने हरी साड़ी पहन रखी थी और शपथ लेने के बाद उन्होंने हरे पेन से दस्तावेज पर साइन किया। जयललिता ने हरे कलर की रिंग भी पहन रखी थी। जयललिता हरे और मरुन रंग को बेहद शुभ मानती हैं। जयललिता ने शनिवार का दिन शपथ के लिए चुना। उन्होंने पांचों बार सीएम पद की शपथ शनिवार को ही ली है।