मप्र आपूर्ति निगम की गोदाम में मिला यूपी के सरकारी चावल का भंडार | food grain scam

बालाघाट। यहां मप्र नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में यूपी के सरकारी चावल का भंडार मिला है। बोरियों पर उत्तरप्रदेश खाद्य वितरण लिखा हुआ है। बता दें कि यह वही चावल है जो 1 रुपए में गरीबों को बांटा जाना था। यह भी बता दें कि राइस मिलों को स्थानीय किसानों से धान खरीदकर उसका चावल निकालकर नागरिक आपूर्ति निगम को बेचना है, लेकिन यूपी के चावल ने सारे घोटाले की पोल खोल दी। राइस मिल यूपी से सरकारी चावल खरीदकर नागरिक आपूर्ति निगम को सप्लाई कर रही है। घोटाला करोड़ों का है और घोटालेबाज पॉवरफुल। देखना रोचक होगा कि इस मामले में कानून के हाथ कितने लम्बे हैं।

मध्यप्रदेश चावल उद्योग संघ के सचिव अनिल कुमार चतुरमोहता की एक शिकायत पर बालाघाट के नवेगांव स्थित गोदामों में भारतीय खाध निगम के गोदामों मे भंडारित कस्टम मिलिंग कर प्रदाय किये गये चांवल की जांच के लिये बालाघाट के एसडीएम डी.एस. परस्ते जिला खाध एवं आपुर्ति अधिकारी रश्मि साहू, तहसीलदार ने दबिश दी एवं अनेक चावल के लाटों मे रखे बोरों के सेम्पल लिए। लिये गये सेम्पल जबलपुर स्थित नागरिक आपुर्ति निगम को भेज दिया गया है। जांच रिर्पोट आने पर कार्यवाही की जायेगी।

जांच करने पहुंचे अधिकारी ने उत्तरप्रदेश शासन के खाध आपूर्ति विभाग के मार्का लगे बोरों में भरे चावल देखकर चकित रह गये इस बारे में ज्ञात हुआ है कि राईस मिलर्स यूपी से राशन में वितरित किया जाने वाला चावल खरीदकर नागरिक आपुर्ति निगम को प्रदाय कर रहे हैं जो की निम्न गुणवत्ता वाला है। रश्मि साहू जिला खाध अधिकारी के अनुसार गुणवत्ता विहीन चावल भंडारित किये जाने पर गोदाम से सेम्पल लिये हैं जिन्हें जांच के लिये जबलपुर भेजा गया है तथा उप्र के खाध आपूर्ति विभाग के मार्का युक्त बोरों में चावल पाये जाने की जांच कराई जायेगी की यूपी के बोरे यहां कैसे लाये गये।

ये रहा यूपी के सरकारी चावल का भंडार

नागरिक आपुर्ति निगम के जिला प्रबंधक अशोक राय ने बताया की स्थानीय राईस मिलर्स ने नवेगांव स्थित गोदामों में गोंदिया महाराष्ट्र से मिलर्स दारा प्रदाय चावल की गुणवत्ता खराब होने के संबंध में शिकायत की थी जिसके आधार पर जांच की गई और सेम्पल लिये गये।

यह उल्लेखनीय है की गोंदिया के लगभग 70 मिलर्स ने कस्टम मिलिंग के लिये नागरिक आपूर्ति निगम से अनुबंध किया है उन्होने मप्र वितरण संघ दारा समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान का चावल बनाकर नागरिक आपूर्ति निगम को प्रदाय करना है लेकिन इसकी आड में राईस मिलर्स उन्हे प्रदाय की गई धान को बेचकर राशन दुकानों के माध्यम से वितरित किये जाने वाला चांवल खरीदकर जो की घटिया और अमानक स्तर का है नागरिक आपूर्ति निगम को प्रदाय कर रहे है।

शुरूआती कार्रवाई करते अधिकारी

नियमानुसार जिन बोरों में राईस मिलर्स को धान प्रदाय की गई थी उन्ही बोरों में चावल भरकर प्रदाय किया जाना है लेकिन यूपी सरकार के मार्का युक्त चांवल के बोरे भण्डारित किये जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि राईस मिलर्स नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की सांठगांठ के चलते घटिया अमाननक स्तर का चांवल प्रदाय किया जा रहा है यही चावल राशन दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को प्रदाय किया जा रहा है।

अभी 15 दिन पूर्व ही बालाघाट जिले की कटंगी तहसील के तिरोडी ग्राम की राशन दुकानों की आकस्मिक जांच की थी जिसमें अत्यंत घटिया और इल्लियां मिश्रित चावल पाया गया था जिसकी जांच कटंगी के सहायक आपुर्ति अधिकारी दारा सेम्पलिंग की गई और जांच के लिये नमूने भेजे गये।   

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