इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तुलना करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि दोनों नेताओं की कार्यशैली एक जैसी है और वे अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझते।
दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘केजरीवाल और मोदी के काम करने का तरीका एक ही है। दोनों नेता अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझते। दोनों नेता कहते हैं कि या तो मेरे साथ रहो या दफा हो जाओ।’ राज्यसभा सांसद ने दिल्ली के कार्यवाहक मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर जारी विवाद को केजरीवाल की ‘नौटंकी’ करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘यह इतना बड़ा विषय नहीं है कि राज्य के मुख्य सचिव के 10 दिन की छुट्टी पर जाने की स्थिति में किस अधिकारी को इस पद का प्रभार सौंपा जाये। केजरीवाल इस विषय को जबरन मुद्दा बनाकर इसलिये नौटंकी कर रहे हैं, क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर उनका प्रदर्शन शून्य है।’ दिग्विजय ने मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर मतदाताओं से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने और अन्य वादों को पूरा करने में नाकाम रही है।
कांग्रेस महासचिव यहीं नहीं रके। उन्होेंने मौजूदा एनडीए सरकार को नीतिगत तौर पर ‘यूपीए..3’ सरकार करार दिया और कहा कि मोदी की अगुवाई वाली सरकार पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की नीतियों को अपना रही है।
उन्होंने कहा, ‘यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भाजपा ने आधार कार्ड योजना और खुदरा व बीमा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) का विरोध किया था। अब भाजपा की अगुवाई वाली मौजूदा केंद्र सरकार इन्हीं नीतियों को अपना कर झूठा श्रेय लूटना चाहती है।’ दिग्विजय ने कहा कि वह मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूमिका के अपने आरोप पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वह गर्मियों की छुट्टियों के बाद इस मामले में उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटायेंगे।