लखनऊ। मध्यप्रदेश के बाणसागर बांध से उत्तर प्रदेश के लिए पानी नहीं छोड़े जाने के मसले पर राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री शिवपाल यादव ने चेतावनी दी है, कि यदि मध्यप्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश को पानी नहीं देती है तो वह भी मध्य प्रदेश को जाने वाले पानी पर रोक लगा देंगे। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती, दोनों उत्तर प्रदेश के सांसद हैं, इसके बावजूद राज्य की अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए लगभग 2800 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद अभी तक एक बूंद पानी उत्तर प्रदेश को नहीं भेजा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव (सिंचाई) ने जानबूझकर उत्तर प्रदेश को बांध का पानी भेजने से रुकवा दिया है। उन्होंने कहा कि यदि मध्यप्रदेश सरकार ने सूबे को पानी नहीं भेजा तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने चेतावदी दी कि मजबूरन उत्तर प्रदेश भी मध्य प्रदेश को दिए जाने वाले पानी को रोक देगा।
श्री यादव ने कहा, 1980 में बागसागर बांध परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। बांध से मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश को क्रमश: 50 और 25-25 प्रतिशत के अनुपात में पानी मिलना था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका उद्घाटन किया गया था और उस समय इसकी लागत 1200 करोड़ रुपये थी। मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में इसकी लागत को लेकर कुछ विवाद हुआ तो भारत सरकार ने इसकी लागत 1590 करोड़ रुपये निर्धारित कर दी और कहा कि इससे ज्यादा धन इस परियोजना पर खर्च नहीं होगा।
बावजूद इसके कुछ समय बाद मध्य प्रदेश ने इसकी लागत 1900 करोड़ रुपये कर दी। उन्होंने बताया कि अभी तक इस बांध पर कुल 2800 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। 2012 में प्रदेश में सपा सरकार बनने के समय लगभग 2600 करोड़ रुपये बांध पर खर्च हो चुके थे। शिवपाल ने बताया कि इस संबंध में बाणसागर नियंत्रण बोर्ड की अध्यक्ष से संपर्क करने के बाद बैठक बुलाई गई थी, जिसमें मध्यप्रदेश की ओर से मुख्यमंत्री और मंत्री की जगह अधिकारी शामिल हुए।