भोपाल। व्यापमं घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सिर पर लटकी तलवार को पूर्वमंत्री जगदीश देवड़ा के सिर पर गिराने की पूरी तैयारियां हो गईं हैं। वो दो मामलों में आरोपी बनाए जा सकते हैं। उनके खिलाफ एफआईआर का ग्राउंड तैयार हो चुका है। एफआईआर के बाद गिरफ्तारी की औपचारिकता भी पूरी कर ली जाएगी।
मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा के ओएसडी रहे राजेंद्र गुर्जर ने दो दिन पहले एसटीएफ के सामने सरेंडर किया था। एसटीएफ ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में आरोपी राजेंद्र गुर्जर को 27 मई तक रिमांड पर लिया है. सूत्रों की माने, तो राजेंद्र गुर्जर ने पूछताछ में व्यापमं घोटाले से जुड़ी कई अहम जानकारी एसटीएफ को दी है।
राजेंद्र गुर्जर ने व्यापमं की कई परीक्षाओं में जगदीश देवड़ा का नाम भी लिया है. सूत्रों ने बताया कि वन रक्षक भर्ती परीक्षा के साथ परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में देवड़ा का नाम आ रहा है। एसटीएफ देवड़ा तक पहुंचने के लिए उन उम्मीदवारों की तलाश कर रही है, जिन्हें व्यापमं की परीक्षाओं में पास कराया गया है। सूत्रों ने बताया कि राजेंद्र गुर्जर के खुलासे के बाद एसटीएफ जल्द जगदीश देवड़ा पर शिकंजा कसेगी।
इस गिरफ्तारी के बाद आम जनता में यह संदेश दिया जाएगा कि कानून अपना काम कर रहा है और किसी भी स्तर के व्यक्ति को माफ नहीं किया जा रहा। हाईकोर्ट में दिग्विजय सिंह की भद पिटने के बाद शिवराज सिंह खुद को निष्कलंक प्रमाणित कर ही चुके हैं। यह गिरफ्तारी शिवराज सिंह की ईमानदारी पर मोहर लगा देगी।