पीड़िता जिम ट्रेनर रेणू |
भोपाल। इसे आप मप्र पुलिस की बिफलता ही कहेंगे कि एसिड अटैक के मामले में लोगों ने युवती की मदद की, जान बचाई, हमलावर संजय पर हमला भी किया। लोग मीडिया को सबकुछ बता रहे हैं लेकिन अब पुलिस के सामने बयान देने कोई नहीं आ रहा। सीन कुछ मुम्बईया फिल्मों जैसा है लेकिन ये तो भोपाल है और संजय कोई डॉन भी नहीं है, वो तो मर चुका है। फिर क्यों कोई गवाही देने नहीं आ रहा। क्या लोगों को पुलिस की प्रक्रिया एक झमेला लगती है या पुलिस ने अपनी प्रक्रिया को आम नागरिकों के लिए झमेला बना रखा है।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ बच्चों ने भोपाल के पत्रकारों को बताया कि शुक्रवार सुबह करीब पौने छह बजे का वक्त था। 80 फीट रोड पर चहल-पहल शुरू हुई थी। हम लोग भी फुटबाल खेलने के लिए स्टेशन के खेल मैदान की तरफ जा रहे थे। जब हम मजार के पास पहुंचे, तभी स्कूटी पर सवार एक लड़की के बराबर में स्कूटी पर सवार दो युवक चलने लगे।
पीछे बैठे युवक ने पास रखी बोतल से कुछ लड़की के ऊपर डाल दिया। इससे लड़की चीखती हुई गिरी और बचाव के लिए दौड़ते हुए रामाकृष्णा होटल में घुस गई। उधर स्कूटी में पीछे बैठा युवक चाकू लेकर युवती के पीछे भागा। माजरा भांपते हुए लोग उसके पीछे दौड़े, लेकिन हाथ में बड़ा चाकू होने के कारण उस पर पत्थर फेंकने लगे। एक पत्थर उसकी पीठ पर लगा। भीड़ को आगे आते देख अचानक वह ठिठककर रुक गया।
भीड़ की तरफ मुखातिब होते हुए चिल्लाने लगा और खुद पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिए। जब तक कोई कुछ समझ पाता, वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। युवक के रुकते ही उसकी स्कूटी चला रहा लड़का तेजी से बजरिया की तरफ भाग निकला।
उधर घटना से बदहवास युवती पर पड़े एसिड की जलन कम करने के लिए होटल के कर्मचारी ने एक बाल्टी पानी डाला। वह इतनी घबरा चुकी थी कि अपने मोबाइल का पासवर्ड भूल गई थी। कुछ सामान्य होने पर उसने पासवर्ड बताया और किसी को फोन लगाया। कुछ देर बाद एक गाड़ी आई, तब तक पुलिस भी आ चुकी थी। गाड़ी में आया व्यक्ति युवती को इलाज के लिए लेकर चला गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने कोई बयान नहीं दिए
एएसपी क्राइम शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि एसिड अटैक के बाद युवती होटल में घुसी थी। उस पर होटल के कर्मचारी ने पानी भी डाला था लेकिन मौके पर मौजूद लोगों में से किसी ने भी घटना के बारे में बयान नहीं दिए हैं। हालांकि घटनास्थल के दूसरी तरफ स्थित होटल के संचालक ओमप्रकाश कुशवाहा और वहां चाय पी रहे नवीन नगर निवासी मेहंदी कारोबारी विजय अग्रवाल ने भी एक व्यक्ति को लड़की के पीछे भागते देखा है। इस बात की दोनों पुलिस को गवाही भी दी है।
क्या है मामला
शंकराचार्य नगर निवासी 25 वर्षीय युवती अप्सरा टॉकीज के पास स्थित आयरन जिम में ट्रेनर है। उसका अपने प्रेमी 47 वर्षीय संजय पाटिल से विवाद चल रहा था। मामला थाने तक भी पहुंच चुका था। शुक्रवार सुबह वह जिम जा रही थी, तभी प्रभात पेट्रोल पंप के पास उसे संजय पाटिल, इरफान नामक लड़के के साथ दिखा।
उन्हें देखकर अनहोनी की आशंका से मदद मांगने अशोका गार्डन थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने उसे बजरिया थाने जाने को कहा। वह थाने जा रही थी, तभी पीछे से आए संजय ने उस पर तेजाब फेंक दिया था। इसके तुरंत बाद संजय की खून से सनी लाश बरामद हुई थी। पुलिस अभी मर्डर-सुसाइड के बीच उलझे इस मामले को सुलझाने में लगी है। इस मामले में एसिड अटैक का आरोपी इरफान से अशोका गार्डन पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।