भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को हिलाकर रख देने वाले एसिड अटैक में नया मोड़ आ गया है। प्रारंभिक तौर पर स्पष्ट हो गया है एसिड अटैक के कथित आरोपी संजय पाटिल की हत्या की गई है। उसके लाश के पास से जो चाकू मिला है, उसमें दो लोगों के फिंगरप्रिंट हैं। इस प्रकरण में पुलिस ने जिम संचालक अमोल करमलकर, रेणु के भाई गोलू के अलावा संजय के दोस्त इरफान और एक अन्य युवक शहजाद को हिरासत में ले लिया है।
माना जा रहा है कि जिम संचालक अमोल करमलकर और एसिड अटैक पीड़ित रेणु साहू ने ही मिलकर पूरा षडयंत्र रचा था। इसमें इरफान को भी शामिल किया गया, जो अशोका गार्डन इलाके का बदमाश है। रेणु करीब 7 सालों से संजय पाटिल के साथ लिव इन रिलेशनशिप में थी और पाटिल उसका और उसके घर का पूरा खर्चा भी उठाता था।
ऐसे खुलती गईं परतें...
मामले में मोड़ तब आया, जब एक साल पहले रेणु ने जिम ज्वाइन किया और वह अमोल के संपर्क में आई। तब से ही रेणु और संजय में अनबन होने लगी थी। रेणु का परिवार भी संजय के अहसानों से अलग हो जाना चाहता था। मामला तब और गंभीर हो गया, जब 17 मई को संजय रेणु के घर गया, तो उसके भाई गोलू ने उसके साथ मारपीट कर दी और उसका हाथ तोड़ दिया।
इस पर बजरिया थाने में रेणु साहू ने संजय के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 294, 323, 506 के तहत दोपहर 1.10 पर एफआईआर कराई, तो वहीं संजय ने भी गोलू उर्फ रोहित साहू के खिलाफ शाम 6.40 पर आईपीसी की धारा 294, 323, 506 के तहत मामला दर्ज कराया। गोलू की गिरफ्तारी अगले दिन हो गई, लेकिन संजय को पुलिस ने नहीं पकड़ा था। इससे मामला और बिगड़ गया। यही बात संजय पाटिल की मौत का कारण बनी।