भोपाल। पन्ना बस हादसे के बाद भी परिवहन विभाग के अफसरों की बेरूखी के चलते अब परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह खुद ही सड़कों पर उतर आए हैं। वे दो दिन से लगातार बसों की फिटनेस चैक करने का काम कर रहे हैं। मंत्री को बसों की चैकिंग करते देख अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। भूपेंद्र सिंह आज सुबह अचानक भोपाल-इंदौर हाईवे पर पहुंच गए।
आष्टा के पास पहुंचते ही उन्होंने बसों की चैकिंग करना शुरू कर दिया। हालांकि उनके साथ सीहोर जिला परिवहन विभाग का स्टाफ था। इस दौरान भूपेंद्र सिंह ने करीब दो दर्जन बसों की चैकिंग की। इस दौरान भोपाल से इंदौर की ओर जाने वाली बसों के संचालकों को मंत्री की चैकिंग की खबर लग गई, नतीजे में कई बसों को सीहोर और आष्टा के बीच में रोक लिया गया। ऐसा ही इंदौर से भोपाल की ओर आने वाली बसों के साथ हुआ जो सुरक्षा नियमों के पालन अब तक नहीं कर सकी उन्हें भी खबर लग गई थी, नतीजे में उन्होंने भी आष्टा से पहले अपनी बस एक ओर खड़ी कर ली थी। इससे पहले रविवार शाम को भूपेंद्र सिंह विदिशा-भोपाल रोड पर चैकिंग करने में जुट गए थे।
इस दौरान उन्होंने करीब दो दर्जन बसों को चैक किया, जिसमें से दो बसों को जब्त भी करवाया। दोनों बसों को सांची थाने में जब्त कर रखा गया है।
जर्जर हाल में मिली बस
परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने शाजापुर से आ रही एक बस को जर्जर स्थिति में पाया। यह बस सीहोर से शाजापुर जा रही थी। सिंह जब चैकिंग कर रहे थे, उसी वक्त एमपी 17 ए 5395 बस आई। बस कंडम स्थिति में थी। सिंह ने बस की बाहर से हालत देखी उसके बाद वे उसके अंदर गए, उन्होंने कहा कि यह बस तो चलने लायक ही नहीं है। इसके बाद भी यह सड़कों पर दौड़ रही है। बस में सुरक्षा मापदंडों का भी पालन नहीं किया गया था। बस को जब्त कराने के साथ ही उन्होंने शाजापुर के जिला परिवहन अधिकारी ज्ञानेंद्र वैश्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए।