भोपाल। समाज कितना वहशी होता जा रहा है। 14 साल की उम्र में लड़के क्रिकेट प्लान करते हैं, जिंदगी को नए रंग सीख रहे होते हैं लेकिन सागर 14 साल के 2 लड़कों ने मिलकर 12 साल की एक लड़की को 2 दिन तक बंधक बनाकर रखा और गैंगरेप किया। उन्हें ना डर लग रहा था और ना तरस आ रहा था। मासूम को जब मुक्त कराया गया तो वो ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी। उसके पूरे शरीर में सूजन थी।
घटना के बाद से गांव में तनाव है। गुटों में बंटे लोग देर रात तक गांव के चारों ओर दूसरे आरोपी को तलाश रहे थे। स्थित पर नजर रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
सागर एसपी सचिन अतुलकर ने बताया कि छठवीं में पढ़ने वाली बच्ची शनिवार देर शाम एक आरोपी के घर किसी काम से गई थी। वह वापस घर लौट रही थी, तभी आरोपी ने उसे पकड़ लिया। वह मुंह दबाकर उसे घर ले गया और घर से दूर बने बाथरूम में बंद कर दिया। आरोपी के घर में नन्हीं देवरी से एक रिश्तेदार भी आया था। दोनों ने रात में बच्ची से गैंगरेप किया।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बच्ची के हाथ-पैर व मुंह बांध दिए थे। आरोपियों ने अगले दिन यानी रविवार को भी बच्ची को नहीं छोड़ा। इस बीच बच्ची के परिजन खोजबीन में लगे रहे।
यूूं पता चला बच्ची का
रविवार देर शाम पास के भरदी गांव निवासी प्रेमकुमार आरोपी के घर के पास से गुजरा। बच्ची की आवाज सुनकर उसने गांव वालों को बताया। बच्ची के बारे में पता चलते ही गांव के लोग बहेरिया थाने पहुंच गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सागर से पुलिस बल बुलाकर टीम रवाना हुई। पुलिस ने गांव पहुंचकर एक आरोपी के घर से बच्ची को आजाद करा लिया।
सही ढंग से बोल नहीं पा रही बच्ची
पुलिस ने बताया कि दो दिन तक बंधक रहने के बाद बच्ची सही तरीके से बोल भी नहीं पा रही। उसके चेहरे व हाथ-पैर में सूजन है। उसे अस्पताल भेजा गया है।