साईं प्रकाश कांड: शक की सुई दिल्ली वाले नेता की ओर

भोपाल। सार्इं प्रकाश आॅर्गेनिक फूड्स लिमिटेड और सार्इं प्रकाश प्रॉपर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी धोखाधड़ी मामले में अरेस्ट हुआ पुष्पेंद्र सिंह बघेल इस खेल का असली माफिया नहीं है बल्कि असली जालसाज तो कोई और है और वो इस समय दिल्ली में किसी अच्छी पोजीशन पर है। पुष्पेंद्र को बचाने और मामले को दबाने के लिए पुलिस पर दिल्ली से प्रेशर भी आ रहा है। एक सूत्र का कहना है कि इस खेल में कई नेशलन लेवल के नेतागण शामिल हो सकते हैं।

पुलिस ने पुष्पेंद्र सिंह बघेल को कल देर शाम कोर्ट में पेश कर 25 जून तक के रिमांड पर लिया है। पूछताछ के दौरान पुलिस उससे खास बात नहीं उगलवा पाई है लेकिन जो कुछ पड़ताल हुई, उससे पुलिस का अनुमान है कि चिटफंड कंपनी का सरगना कोई बड़ा राजनेता है, जिसके इशारे पर पुष्पेंद्र सिंह काम कर रहा था। गौरतलब है कि गुरु वार को इंदौर से गिरफ्तार किए गए पुष्पेंद्र पर केवल मप्र में ही तीन हजार लोगों से सौ करोड़ रुपए लोगों से डिपॉजिट कराने का आरोप है।

वकील ने पुलिस को भेजे थे दस्तावेज
चिटफंड कंपनी के संचालक पुष्पेंद्र बघेल से जुडेÞ कुछ दस्तावेज एक वकील ने पुलिस को मुहैया कराए थे। यह दस्तावेज पुष्पेंद्र की कंपनी से जुडेÞ थे। इनके आधार पर ही पुलिस इतना बड़ा खुलासा करने में कामयाब हो पाई है। इस वकील का नाम पुलिस गोपनीय रखे हुए है। वकील सुप्रीम कोर्ट का बताया जा रहा है।

लोन के नाम पर 20 महिलाओं को ठगा
भोपाल। हनुमानगंज इलाके में लोन दिलाने के नाम पर महिलाओं के साथ ठगी करने का मामला सामने आया है। जालसाज ने 20 महिलाओं को  निष्क्रिय बैंक खाते के चेक थमा दिए थे। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। हनुमानगंज टीआई भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सरिता पति चेतन गौतम, 120 मेन रोड इब्राहिमगंज की रहने वाली हैं। रायसेन जिले के उमरावगंज निवासी एसके मीना ने लोन का झांसा देकर गौतम सहित मोहल्ले की 20 महिलाओं का एक समूह बनवा दिया और उन्हें एक से तीन लाख रुपए तक का लोन दिलाने का भरोसा दिलाया। लोन के चेक देने के लिए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उसने प्रति हितग्राही 2500 रुपए में सौदा तय किया। मीणा ने 16 जून को बीस महिलाओं को उनके जरूरत की रकम के चेक बांट दिए। सभी चेक आईडीबीआई बैंक टीटी नगर के उसके एक परिचित प्रदीप यादव के निष्क्रिय बैंक खाते के थे। यह चेक फर्जी निकले। पुलिस ने मीणा और प्रदीप यादव को हिरासत में लिया है।

ऐसे की धोखाधड़ी
प्रदीप यादव नाम का व्यक्ति अशोका गार्डन में रहता है। उसका आडीबीआई बैंक के टीटी नगर शाखा में उसका खाता है। खाता दो वर्ष से निष्कृय है, उसमें सिर्फ 70 रुपए है। प्रदीप ने एसके मीणा को निष्कृय खाते के बीस ब्लैंक चेक पांच हजार में दिए थे। एसके मीणा ने प्रति चेक महिलाओं से ढाई हजार रुपए वसूले हैं। टीआई ने बताया कि कुछ महिलाएं जब यह चेक लेकर एक बैंक की शाखा में पहुंची तो ठगी का पता चला। हनुमानगंज पुलिस ने एसके मीणा और प्रदीप यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया है। शाम तक दोनों की गिरफ्तारी हो जाएगी।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!