भोपाल। मानसून की पहली ही बारिश में भोपाल की प्रमुख सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। सड़कों पर करीब 6 इंच तक पानी था। यदि बारिश थम नहीं जाती तो पता नहीं क्या हालात होते। इस बारिश ने नगरनिगम के कई इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है। मानसून ने पहले दिन एक बली भी ले ली। बोर्डआफिस की दीवार गिर गई और उसमें दबकर एक युवती की मौत हो गई। घटना के बाद जांच बिठाई गई है, लेकिन राजधानी में बनीं तमाम 40 साल पुरानी इमारतों के लिए नहीं, केवल गिर चुकी दीवार के लिए।
आठ दिन से होशंगाबाद व इंदौर के आसपास अटके मानसून ने सोमवार को भोपाल और जबलपुर में भी दस्तक दे दी। पहले ही दिन राजधानी में झमाझम बारिश हुई। शाम साढ़े पांच बजे तक 9.22 सेमी बारिश दर्ज की गई। मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ. अनुपम काश्यपि ने बताया कि मानसून रतलाम, सीहोर व रायसेन होता हुआ तेंदूखेड़ा, जबलपुर, डिंडोरी व अनूपपुर तक पहुंच गया है। तीन-चार दिन में यह पूरे मध्य प्रदेश को कवर कर लेगा। पिछले साल भोपाल में मानसून 7 जुलाई को आया था।
प्रदेश में 32 फीसदी ज्यादा, भोपाल में दोगुनी बारिश
एक जून से अब तक पूरे प्रदेश में सामान्य से 32 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। अनुमान के मुताबिक यदि 1 से 22 जून तक 6.1 सेमी बारिश होती है तो यह सामान्य बारिश कहलाती है, लेकिन अब तक 8.05 सेमी बारिश हो चुकी है। प्रदेश के 30 में से 21 जिलों में और पूर्वी मप्र के 20 में से 7 जिलों में अब तक सामान्य या उससे ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल में जून के महीने में 11.56 सेमी सामान्य बारिश होनी चाहिए। लेकिन 22 जून तक 20.63 सेमी बारिश हो चुकी है।
सीहोर जिले में बिजली गिरने से दंपती की मौत
सीहोर जिले के नसरुल्लागंज ब्लाॅक के तिलाड़िया गांव में रविवार रात बिजली गिरने से एक दंपती की मौत हो गई। हादसे के वक्त कन्हैयालाल (45) और उसकी पत्नी लक्ष्मीबाई (40) घर में सो रहे थे। उन्हीं के पास सो रहे दो बच्चे सुरक्षित हैं। रायसेन जिले में सोमवार को 9.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसी तरह विदिशा, सीहोर, राजगढ़, ब्यावरा, गुना और अशोकनगर जिलों में कई स्थानों पर जोरदार बारिश हुई।
आज भी तेज बारिश संभव
मौसम केंद्र के मुताबिक मंगलवार को भोपाल समेत होशंगाबाद, जबलपुर, शहडोल संभागों और सागर व दमोह जिलों के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने के आसार हैं।