भोपाल। सिंचाई विभाग (बिलासपुर) में पदस्थ इंजीनियर सीके गौतम जल्द ही बेटी की डोली सजाने की तैयारी में जुटे थे। रविवार को उनकी बेटी की शादी तय होने वाली थी, इसलिए गौतम बिलासपुर से अयोध्या नगर स्थित अपने घर आए थे लेकिन होनी को कुछ और ही मूंजर था। सुबह हृदयाघात से उनकी मौत हो गई। उनकी बेटियां श्रुति व पंकुल उनकी अर्थी को कांधा देकर उन्हें सुभाष नगर विश्राम घाट तक ले गईं और उनकी चिता को मुखाग्नि दी।
सीके गौतम की बेटी श्रुति एमफिल और पंकुल बीए कर रही है। बेटियों की पढ़ाई की खातिर वे उन्हें बिलासपुर नहीं ले गए। वे बेटियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी अपनी पत्नी संगीता को सौंपकर अकेले बिलासपुर में रहते थे। वे दो दिन पहले ही बिलासपुर से आए थे।
गौतम रविवार सुबह करीब 7 बजे टहलने निकले, उसी दौरान उनके सीने में दर्द हुआ और वे वहीं बैठ गए। इसके बाद उन्हें अक्षय अस्पताल ले जाया गया, तब तक उनकी सांसें उनका साथ छोड़ चुकी थीं। विश्राम घाट में श्रुति और पंकुल का रो-रोकर बुरा हाल था। उनके नाते-रिश्तेदार उन्हें ढांढ़स बंधा रहे थे।