भोपाल। शहर में मानसून सिर पर है, लेकिन अभी भी खराब और दम तोड़ती सड़कों का मसला हल नहीं हो पाया है। बारिश में यह सभी खराब सड़कें पानी से लबालब हो जाएंगी जिससे इनके गढ्डों में गाड़ियां फंसेगी और लोग गिरेंगे। स्मार्ट सिटी बनते शहर की छवि में दाग लगाने वाली सड़कों पर अभी तक लगाम नहीं लग पाई है।
निर्देश जारी लोक निर्माण मंत्री के हो या फिर भोपाल कलेक्टर के, लेकिन इन सबके बावजूद ठेकेदारों की मनमानी बराबर चल रही है। पुराने शहर के कुछ क्षेत्रों का तो यह आलम है कि वहां पर हाल ही में बनी सड़कें चार महीने भी नहीं चल पाई हैं। कहां गए गुणवत्ता का पालन करने वाले निर्देश, यह पता ही नहीं है।
स्थिति चाहे नर्मदा परिक्रमा पार्क के सामने की सड़क की हो, महात्मा गांधी मार्ग 80 फीट रोड के सामने की सड़क, बरखेड़ी फाटक के पास की सड़क की हो या फिर सम्राट कालोनी अशोका गार्डन की सड़क की। इन सभी जगहों की हालत खराब है। खास बात यह है कि इनका निर्माण हाल ही के चार महीनों के भीतर किया गया है लेकिन यह अभी से रखरखाव मांग रही है।
महात्मा गांधी मार्ग 80 फीट रोड के सामने
कहां से कहां तक: पंजाबी बाग शहंशाह गार्डन आदि कॉलोनियों से जुड़ा मार्ग
कब बनी: चार माह पूर्व
लागत: 1 करोड़ रुपए
किसने बनाई: राजधानी परियोजना
बरखेड़ी फाटक के पास की सड़क
कहां से कहां तक: भारत टाकीज से पुल बोगदा तक नव निर्माण
कब बनी: चार माह पूर्व
लागत : 1 करोड़
किसने बनाई : लोकनिर्माण विभाग
सम्राट कालोनी अशोका गार्डन की रोड
कहां से कहां तक: नगर निगम कॉलोनी से लेकर पंत नगर सम्राट कॉलोनी आदि से जुड़ा
कब बनी: चार माह पूर्व
लागत: 1 एक करोड़
किसने बनाई: राजधानी परियोजना