भोपाल। मध्यप्रदेश के 5 विधायक बीते रोज बिना टिकिट परिवार सहित रेलवे स्टेशन जा पहुंचे। सत्ता के नशे में चूर विधायकगण ट्रेनों में बर्थ चाहते थे, लेकिन रेलवे ने उन्हें एक भी अतिरिक्त सीट नहीं दी। अंतत: पैर पटकते हुए विधायक वापस लौट आए।
दरअसल मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय कामकाज सीखने के लिए विधायकों का एक दल देहरादून भेज रहा था। इसमें इन्हें 15 से 23 जून तक उत्तराखंड की विधानसभा का कामकाज देखना और समझना था। सभी को शुक्रवार सुबह देहरादून एक्सप्रेस से रवाना होना था। इसके लिए समिति के सभापति जयसिंह मरावी, जालम सिंह पटेल, सूबेदार सिंह, गिरीश भंडारी, केके श्रीवास्तव और मुरलीधर पाटीदार भोपाल रेलवे स्टेशन पर लगभग सवा नौ बजे पहुंच गए, लेकिन अपने अपने साथ अपना परिवार भी ले आए। रिजर्वेशन केवल 5 विधायकों का था, लेकिन माननीय परिवार सहित संख्या में 18 हो गए। वो अपने साथ अतिरिक्त सीटें भी चाहते थे, लेकिन रेलवे प्रबंधन ने साफ इंकार कर दिया। अंतत: पैर पटकते हुए सारे के सारे विधायक वापस लौट गए।
विधायकों ने इसकी शिकायत विधानसभा सचिवालय से की। जालम सिंह पटेल शिकायत करने के लिए विधानसभा सचिवालय ही पहुंच गए। विधायकों की नाराजगी को देखते हुए विधानसभा सचिवालय ने आनन फानन में भोपाल एक्सप्रेस में इन लोगों के टिकट करवाए। इसके बाद एक व्यक्ति को इनके रिजर्वेशन कन्फर्म करने की जिम्मेदारी सौंपी गई, तब जाकर ये रात में दिल्ली के लिए रवाना हुए। वहां से जनशताब्दी से आज दोपहर में देहरादून के लिए रवाना होंगे।
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सिर्फ पांच लोगों का टिकट कन्फर्म हुआ, जबकि जाने वाले 18 लोग हो गए थे, ये ठीक नहीं है, पहले से तय कार्यक्रम था। इसलिए रिजर्वेशन कन्फर्म करवाना चाहिए था। अब दिल्ली में ट्रेन बदलनी पड़ेगी।
गिरीश भंडारी, विधायक
हम स्टेशन पहुंच गए थे, जहां पर पता चला कि कई लोगों का रिजर्वेशन कन्फर्म नहीं हो पाए थे, इसके बाद स्टेशन से वापस आ गए।
जय सिंह मरावी, विधायक और समिति के सभापति