भोपाल। इंदौर की Vishal Pharmaceutical Laboratories में निर्मित इस दवाई को देखिए। जरा गौर से देखिए, एक बड़ा घोटाला है भाई। इस दवा की मेन्युफेक्चरिंग 04/2016 है जबकि फिलहाल तो जून 2015 चल रहा है भाई।
सवाल यह है कि क्या घोटाला चल रहा है Vishal Pharmaceutical Laboratories में। कितनी दवाओं में गलत एक्सपाइरी डाली जा रही है। कितनी दवाएं में एक्सपाइरी बढ़ाई जा रही है। दवाओं में भी कुछ दम है या सीधे मिट्टी ही बेच दी जा रही है। बड़ी जांच की जरूरत है। सोशल मीडिया पर मांग भी चल रही है, लेकिन दवा माफिया के एहसान तले दबी शिवराज सरकार ने अभी तक इस मामले में जांच के आदेश नहीं दिए हैं ना ही विशाल फार्मा की ओर से कोई अधिकृत बयान आया है।