भोपाल। पुलिस ने तीन सामाजिक कार्यकर्ताओं को सोमवार को मध्यप्रदेश के लोकायुक्त पी पी नावलेकर से लोकायुक्त का पद छोड़ने का आग्रह करने हेतु मिलने का प्रयास करने पर हिरासत में ले लिया। ये कार्यकर्ता लोकायुक्त को गुलाब का फूल देकर उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कार्यकाल में दी जा रही एक साल की सेवावृद्धि को नैतिकता के नाते ठुकरा कर अपने पद से इस्तीफा देने का आग्रह करने गए थे।
मध्यप्रदेश लोकायुक्त का छह वर्ष का कार्यकाल रविवार समाप्त हो गया था। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सोमवार को 'लोकायुक्त गो होम' अभियान का प्रारंभ करते हुए इन कार्यकर्ताओं ने छह साल से लोकायुक्त के पद पर आसीन नावलेकर से पद छोड़ने की अपील करने के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया।
पुलिसकर्मी संजीव कटियार ने बताया कि लोकायुक्त कार्यालय के परिसर में जबरन घुसने के प्रयास में तीन सामाजिक कार्यकर्ताओं अजय दुबे, मनोज त्रिपाठी और दीपू यादव को सीआरपीसी की धारा 151 और धारा 107 के तहत हिरासत में लिया गया है।
पुलिस हिरासत में दुबे ने कहा, 'हमारी मांग है कि न्यायमूर्ति पी पी नावलेकर को अपना पद छोड़ देना चाहिए क्योंकि उनका छह साल का कार्यकाल पूरा हो गया है और प्रदेश मंत्रिमंडल ने उन्हें सेवाकाल में एक साल का सेवा विस्तार का इनाम दिया गया है।'
प्रदेश मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों के खिलाफ की गई शिकायतों पर लोकायुक्त कार्यालय द्वारा उन्हें (मंत्रियों) क्लीन चिट दी गई। इसलिये प्रदेश सरकार द्वारा लोकायुक्त को एक साल की सेवावृद्धि का तोहफा दिया गया है। दुबे ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के भी सदस्य हैं।