भोपाल। मानसून की पहली बारिश ने ही जर्जर दीवारों की पोल खोल दी। एमपी नगर में बोर्ड आफिस की दीवार गिरने से एक युवती की मौत हो गई। एमपी नगर टीआई बृजेश भार्गव के अनुसार, शाम पांच उन्हें सूचना मिली कि बोर्ड आफिस की दीवार गिर गई है और उसके नीचे कोई दबा हुआ है। उन्होंने तत्काल नगर निगम के अमले को फोन किया गया, तो वहां से जेसीबी आई। जेसीबी की मदद से युवती को निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो गई थी।
उसके पास से यूको बैंक का एटीएम मिला, फोटो और मोबाइल मिला है, जिसके आधार पर पता चला कि मरने वाली युवती का नाम ललिता पाटिल (25) था। वह पंचशील नगर में अपने पति चंद्रशेखर पाटिल के साथ रहती थी और विशाल मेगा मार्ट में काम करती थी। वह व्यापमं चौराहे के पास खड़े होकर बस का इंतजार कर रही थी। बोर्ड आफिस की दीवार गिरने की वजह से हुए हादसे के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल के पीआरओ एसके चौरसिया से बात की तो वह बोला कि दीवार तो 40 साल पहले बनी थी लेकिन 2 साल पहले दीवार को 4 फीट ऊंचा उठाया गया था। हादसे की गंभीरता देखते हुए सचिव शशांक मिश्रा ने दीवार गिरने की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस हादसे की जांच एडीशनल सेकेट्री को सौँपी गई है। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि इंजीनियर और ठेकेदार की किन कमियों की वजह से दीवार गिरी।
सिर से बाहर आ गया भेजा
हादसा इतना भीषण था कि युवती का भेजा सिर से बाहर आ गया। पास ही उसकी सैंडल पड़ी थी।
डेढ़ घंटे तक पड़ी रही दीवार के नीचे
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दीवार गिरने के बाद युवती डेढ़ घंटे तक उसके नीचे दबी रही, लेकिन जेसीबी नहीं आई। इसपर जेसीबी प्रभारी बोले कि बारिश के कारण रास्ते में जगह-जगह जाम लगा था, जिसकी वजह से जेसीबी लेट हो गई।
बचाने के चक्कर में ननि के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी घायल
नगरनिगम फायरबिग्रेड कंट्रोल रुम पर इसकी सूचना शाम 5.08 दी गई। तब अमले को लेकर प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी, अशोक माहेश्वरी मौके पर पहुंचे। युवती को दीवार के नीचे से निकालने के प्रयास में उनको भी चोट लग गई, जिससे उन्हे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। बाद में जेसीबी की मदद से युवती को बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।