रांची। एक कामवाली की तरह घरों में काम करने वाली एक महिला वास्तव में करोड़पति निकली और उसकी दिल्ली के अलावा झारखंड में भी जायदाद का खुलासा हुआ है। पुलिस ने महिला को उसके आलिशान घर से गिरफ्तार कर लिया है। एक एक्टिविस्ट का दावा है कि इस महिला ने पिछले एक दशक में 1500 से ज्यादा बच्चों की तस्करी की है।
झारखंड के खुंति में एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग डिपार्टमेंट की इंस्पेक्टर, आराधना सिंह ने प्रदेश की युवतियों को काम दिलाने में मदद के बहाने तस्करी करने के आरोपों में महिला लता लाकरा को रांची से 20 किमी दूर स्थित चान्हों से गिरफ्तार किया है।
इंस्पेक्टर के अनुसार, पूछताछ के दौरान लता काफी कठोर साबित हुई लेकिन बाद में यह मान लिया कि उसने लगभग 150 युवतियों को काम दिया है। हालांकि, उसकी माली हालत यह बताती है कि यह आंकड़ा कहीं ज्यादा हो सकता है। इंस्पेक्टर के अनुसार' लता का कहना है कि उसे हर लड़की को नौकरी दिलाने के लिए 4 हजार रुपये कमीशन के तौर पर मिलते थे वहीं उसकी पहले से ही दिल्ली, रांची और पुडांग में जायदाद है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उसने कितनी लड़कियों की तस्करी की होगी।'
लेकिन एनजीओ दिया सेवा संस्थान के सदस्य बैद्यनाथ कुमार के अनुसार, 'लता ने 1500 लड़कियों की तस्करी की है जिनमें ज्यादातर नाबालिग हैं। क्या उसकी गिरफ्तारी उसके दिल्ली स्थित ऑफिस से हुई थी क्योंकि वहां से जब्त कागजात इस बात की पुष्टि कर सकते हैं। हमने झारखंड पुलिस को 245 तस्कारों की सूची सौंपी है जिनमें से 35 तो किंगपिन हैं और लता उन्हीं 35 में शामिल है। हमने अनुमान लगाया है कि उसने लगभग 1500 युवतियों की तस्करी की है लेकिन यह ज्यादा भी हो सकती है'
पुलिस को आशंका है कि लता जिसके खिलाफ झारखंड में ही दो जगह एफआईआर दर्ज है, वो रांची आकर जगन्नाथपुर मेले में आकर बच्चों को स्काउट करती थी। स्कूल छोड़ चुकी लता 2000 में दिल्ली चली गई थी जहां उसने एक घरेलू नौकर के रूप में काम शुरू किया और अगले दो से तीन सालों में अपनी खुद की प्लेसमेंट एजेंसी खोल ली। उसका पति भारत कोकिंग कोल में एक कैजुअल लेबर है।
इंस्पेक्टर सिंह के अनुसार, लता की तेजी से बढ़ती संपत्ति और उसके मानव तस्करों जैसे बाबा बामदेव ओर पन्नालाल महतो से संबंधों के चलते पुलिस को उस पर शक हुआ। सिंह के अनुसार, 'वो लंबे समय से हमारे निशाने पर थी और कल रात दिया सेवा संस्थान की खबर पर हमने उसे उसके बैजपुरा स्थित मेंशन से गिरफ्तार कर लिया। संस्थान के एक सदस्य ने उसे रविवार को रांची में देखा था।
सिंह के अनुसार, लता पूछताछ में लगातार खुद को कामवाली बताती रही लेकिन वो यह नहीं बता पाई कि कैसे उसने झारखंड और दिल्ली में इतनी प्रॉपर्टी खरीद ली। लता ने बताया कि उसने अपनी प्लेसमेंट एजेंसी से 150 लड़कियों के प्लेसमेंट के बाद उसे बंद कर दिया था।' सिंह के अनुसार लता को लेकर मामले में अभी जांच जारी है।