आनंद ताम्रकार/बालाघाट। सोमवार को सील किया गया पत्रकार संदीप कोठारी का कमरा आज उनके परिजनों की मौजूदगी में खोला जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी कमरे में संदीप कोठारी ने वो सारी फाइलें छिपा रखीं थीं, जिसमें बालाघाट के माफिया रैकेट के तमाम राज दर्ज हैं।
आरोपी अब भी फरार
जिले के कटंगी तहसील मुख्यालय में पत्रकार संदीप कोठारी की हत्या होने के 72 घंटे से भी ज्यादा गुजर जाने के बाद फरार तीसरा आरोपी राकेश नर्सवानी अभी भी पुलिस की पकड से बाहर है। उसे पकडने के लिये उसकी तलाश में पुलिस की 5 टीमें महाराष्ट्र और छत्तीसगढ रवाना की गई है।
आज पुलिस संदीप कोठारी के निवास से उस कमरे की छानबीन करेगी जहां उसके दस्तावेज रखे गये हैं। इस कमरे को पुलिस द्वारा सोमवार को सील कर दिया गया था। उल्लेखनीय है इस कमरे की चाबी संदीप की लाश के पास से कटंगी पुलिस ने बरामद की थी, कमरे में भूमाफियों और खनिज माफियाओं से जुडे महत्वपूर्ण दस्तावेज पुलिस को मिलने की उम्मीद है।
सिंचाई विभाग का घोटाला भी
इन दस्तावेजों में सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा बंद पडी और अनुपयोगी नहरों की मरम्मत के नाम पर 2 बार 15-15 लाख से अधिक की राशि का भुगतान किये जाने तथा नहर की जमीन पर अतिक्रमण कर एक राईस मिल का निर्माण किये जाने का मामला शामिल है।
इस संबंध में श्री जगन्नाथ मरकाम एसडीओपी पुलिस कटंगी एवं एसआईटी प्रमुख ने अवगत कराया की आज बुधवार को संदीप के परिजनों की उपस्थिति में संदीप का कमरा खोला जायेगा और जरूरी कागजातों की छानबीन की जायेगी।
कौन हैं ये स्पेशल 26
पत्रकार संदीप कोठारी को जिला बदर करते हुये कटंगी शहर के लगभग 25 से अधिक रसुखदार खनिज, राईस मिल, भू माफियों की गतिविधियों से जुडे लोगों ने 10 सितम्बर 2012 को एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा था जिसमें संदीप पर आरोप लगाते हुये ब्लेकमेल करने और व्यापार छोडकर बाहर जाने की बात कही गई थी। इस मामले में राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर जिला प्रशासन पर प्रभाव डालकर संदीप को जिला बदर करवाया गया था।
उच्चस्तरीय छानबीन की मांग
पूर्व सांसद एवं विधायक विश्वेश्वर भगत के अनुसार संदीप कोठारी ने हमेशा नियम विरूद्ध चल रहे कार्य की आवाज उठाई लेकिन कटंगी के कुछ लोगों ने एक जुट होकर प्रशासन पर दबाव बनाया और जिला बदर की कार्यवाही कराई, झूठे प्रकरण दर्ज कराये इस प्रकरण की उच्चस्तरीय छानबीन होनी चाहिये।
जिसने फर्जी मुकदमा दर्ज कराया, वही एसआईटी का चीफ
उधर संदीप के परिजनों ने इस बात पर एतराज जताया की जिस पुलिस अधिकारी ने संदीप के खिलाफ 5 महिने पहले अवैध वसूली का मामला दर्ज किया था उन्हीं जेएस मरकाम एसडीओपी कटंगी को विशेष जांच टीम का प्रभारी बनाया गया है। संदीप के परिजनो को पुलिस की एसआईटी के प्रभारी मरकाम पर भरोसा ही नही है।
इस पर श्री मरकाम ने कहा की मुझे जांच उच्च अधिकारियों ने सौंपी है। मृतक अथवा आरोपी मेरे रिश्तेदार नही हैं। में अपने दायित्व का निर्वाह कर रहा हूं। कौन क्या आरोप लगा रहा है इसकी मुझे परवाह नही है मैं जांच में व्यस्त हूं।
किसी को नहीं छोड़ेंगे
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने कहा की पत्रकार संदीप कोठारी की हत्या का मामला बेहद संगीन है। इस मामले की विशेष टीम द्वारा जांच कराई जा रही है। किसी भी आरोपी को बक्शा नही जायेगा। जिन लोगों पर उनके परिजनों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है उनसे भी पूछताछ की जायेगी।