भोपाल। भोपाल की ट्रेफिक पुलिस का एक अजीब नजरिया सामने आया है। वो सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हेलमेट अभियान चला रही है, बड़ी मुस्तैद दिखाई देती है परंतु स्कूल बसों में हर रोज जोखिम में जान लेकर सफर करने वाले बच्चों के प्रति खासी लापरवाह है।
भोपाल के एसपी ट्रैफिक अनिल माहेश्वरी कहते हैं कि पुलिस के पास और भी काम हैं। यदि स्कूल बसों की ही जांच करते रहे तो फिर दूसरे काम कैसे होंगे। उधर परिवहन विभाग भी स्कूल बसों की जांच के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी ही कर रहा है।
परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आदेश दिए थे कि 26 जून से 15 जुलाई तक स्कूल बसों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा लेकिन फिर भी ट्रेफिक पुलिस एक्टिव नहीं हुई। सवाल यह है कि ऐसा क्यों ? कहीं ऐसा तो नहीं कि हेलमेट के धंधे में दम है और परेशानियां कम हैं।