भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के सबसे बड़े घोटाले की गुत्थी आरोपियों की मौत के साथ ही उलझती जा रही है लेकिन राज्य सरकार को लगता है कि मामले में जांच की कोई जरूरत नहीं है।
सूबे के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने अपने ताजा बयान में कहा है कि आरोपियों की मौत प्राकृतिक रूप से हुई है और इसमें जांच की कोई जरूरत नहीं है. साफ है कि बाबूलाल गौर अपनी ही सरकार को क्लीन चिट दे रहे हैं।
व्यापम घोटाले के आरोपियों की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए बाबूलाल गौर ने कहा, 'व्यापम के जो आरोपी मर रहे हैं, वो प्राकृतिक मौत है, मौत किसी को भी आ सकती है. चाहे वो फकीर हो या राजा. इस मामले में जांच की कोई जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि व्यापम घोटाले में एक हजार से ज्यादा लोग आरोपी है. अब तक इनमें से 24 की मौत हो गई है।
ताजा मामले में आरोपी नरेंद्र तोमर की रविवार को मौत हो गई. इसके बाद से व्यापम घोटाले में आरोपियों की मौत पर चारों ओर से सवाल खड़े होने लगे हैं।