भोपाल। बालाघाट के पत्रकार संदीप कोठारी की हत्या को लेकर पुलिस और प्रशासन के रवैये के खिलाफ आज राजधानी के पत्रकारों ने एक बैठक की। इसमें कलेक्टर की मारे गए पत्रकार को लेकर टिप्पणी और पुलिस के आला अफसरों के हत्या की जांच के स्थान पर मृतक का क्रिमनल रिकॉर्ड प्रेस को जारी किए जाने पर भारी नाराजगी जताई गई और कलेक्टर को हटाने की मांग की गई।
प्रेस फ्रीडम फोरम के बैनर तले अप्सरा रेस्टोरेंट में आयोजित इस बैठक में राजधानी के कई पत्रकार अपने साथी पत्रकार संदीप कोठारी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। इस मौके पर पत्रकारों ने कहा कि किसी भी घटना में जब कोई सामान्य व्यक्ति भी मारा जाता है तो पुलिस सबसे पहले हत्या का मामला कायम कर जांच शुरू कर देती है लेकिन इस मामले में पुलिस ने सबसे मृतक को अपराधी प्रवृत्ति का साबित करने की कोशिश की और उसका अपराधिक रिकॉर्ड प्रेस को जारी किया। वहीं कलेक्टर से जब पत्रकारों ने ज्ञापन देने के लिए समय मांगा तो उनकी टिप्पणी थी कि आप लोग एक क्रिमिनल की बात कर रहे हो और आपको ज्ञापन देना है तो एडीएम को दे दो।
प्रशासन और पुलिस के इस रवैये को प्रेस फ्रीडम फोरम ने एकजुट होकर आलोचना की। पत्रकारों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सबसे पहले कलेक्टर बालाघाट और एएसपी को हटाया जाए। इसके साथ घटना की सीबीआई जांच कराई जाए, पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाए, पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ ही सुरक्षा भी प्रदान कराई जाए। इसके बाद अंत में दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।