नई दिल्ली। RSS के बड़े नेताओं को भी कांग्रेसियों और मुसलमानों पर तत्काल सवाल उठाने की आदत पड़ गई है। सोशल मीडिया पर सवाल उठाकर इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में चर्चा का केन्द्र बनने के लिए संघ के नेता राम माधव ने आज एक ऐसा सवाल उठा डाला, जिससे मोदी भी संघ से नाराज हो गए।
उन्होंने योग दिवस के कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की गैर-मौजूदगी पर ट्वीट के जरिये सवाल उठाया लेकिन जैसे ही उन्हे अंदर की बात पता चली तो उन्होंने अपना ट्विट हटाते हुए माफी मांग ली, लेकिन साथ ही एक और झूठ जोड़ दिया कि उन्हें बाद में यह पता चला कि उपराष्ट्रपति बीमार हैं। इससे पहले मीडिया ने राममाधव के ट्विट को आधार बनाते हुए हंगामा कर डाला।
अंतत: उपराष्ट्रपति कार्यालय को स्पष्टीकरण देना पड़ा। कार्यालय की ओर से कहा गया कि यह सही नहीं है कि उपराष्ट्रपति बीमार हैं। उसने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति उन कार्यक्रमों में शरीक होते हैं, जिनमें संबद्ध मंत्री प्रोटोकॉल के तहत उन्हें आमंत्रित करते हैं। अर्थ यह कि उन्हे आमंत्रित ही नहीं किया गया था। इस स्पष्टीकरण के बाद सोशल मीडिया पर सरकार की किरकिरी होना शुरू हो गई।
इस पूरे विवाद पर केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि यह मामला प्रोटोकॉल का है... उप राष्ट्रपति का पद पीएम से ऊपर है और कार्यक्रम के चीफ गेस्ट के तौर पर पहले ही पीएम का नाम तय कर लिया गया था। उन्होंने माना कि राम माधव ने गलती की। मोदी सरकार का मानना है कि संघ के नेता ने यह गैरजरूरी विवाद खड़ा किया।