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पत्रकार संदीप कोठारी हत्याकांड में हुए नए खुलासे

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। संदीप कोठारी हत्याकांड में पुलिस की जांच में रोजाना नित नये खुलासे किये जा रहे है। अब इस मामले की जांच की कमान पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने स्वयं संभाली है। कल बुधवार को इस हत्याकांड में गिरफ्तार ब्रजेश डहरवाल, विशाल टांडी तथा अन्य लोगों से कि गई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड में 7 लोग शामिल रहे है।

पुलिस उन अपराधियों तक पहुंच गई तथा उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, आरोपियों से पूछताछ में बताई गई पूरी कहानी से सच का पता लगाया जा रहा है कि संदीप का कहां से अपहरण किया गया, कहां हत्या की गई, कहां से योजना बनी संदीप को जलाकर शव फेकने की योजना किसने बनाई किसने पूरे घटनाक्रम का संचालन किया।

पुलिस आरोपियों को लेकर अपहरण स्थल से सिंधी रेलवे स्टेशन के घटनास्थल तक ले गई ताकि सच्चाई का खुलासा हो सके।  इधर पुलिस की व्यस्तता के चलते संदीप कोठारी का कमरा कल नही खोला जा सका। पुलिस की गिरफ्त में आये दो आरोपी ब्रजेश डहरवाल और विशाल टांडी से गई पूछताछ के दौरान इस बात का पता चला है कि संदीप कोठारी की हत्या बालाघाट जिले की सीमा में ही कार के अंदर गला घोटकर कर दी गई थी तथा हत्यारों ने घटना के साक्ष्य मिटाने के लिये उसे महाराष्ट्र के वर्धा जिले के सिंदी रेलवे स्टेशन के समीप गद़दे में लपेटकर आग के हवाले कर दिया।

पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने अवगत कराया की आरोपियों ने संदीप को जलाने के लिये पेटोल और डीजल कहां से लिया उसे अगवा करने के बाद कहां कहां रूके घटना को कैसे अंजाम दिया पुलिस इस पर भी जांच कर रही है। उन्होने यह भी अवगत कराया की ब्रजेश डहरवाल को छोडकर विशाल टांडी एवं राकेश नर्सवानी तथा मृतक संदीप कोठारी के बीच बेहद मधुर संबंध रहे है यहां तक की विशाल टांडी की शादी में उसकी पत्नी खुशबु का कन्यादान संदीप की बहन द्वारा किया गया था।

आपस में व्यवसाय में तीनों की साझेदारी रहा करती थी इसके चलते एक दूसरे की कमजोरियों को भलीभाती जानते थे लेकिन जब इनके बीच दुश्मनी पैदा हुई तो उन्ही कमजोरियों को शिकायत बाजी में हथियार बनाया गया। एसपी गौरव तिवारी ने यह भी अवगत कराया की संदीप के खिलाफ दर्ज 15 प्रकरण में उसे 4 में सजा सुनाई थी जिसमें उसने हाईकोर्ट में अपील की।
उन्होने बताया की संदीप कोठारी के खिलाफ की गई हर शिकायतों पर मामला दर्ज नही किया गया। अनेक शिकायतों को निराधार मनाते हुये पुलिस ने खारिज भी किया है।

आरोपी विशाल टांडी ने पुलिस को बताया की संदीप उसे बदनाम करनेे लिये राजस्थान जाकर उसके खिलाफ झूठी शिकायते दर्ज कराई थी जिसके कारण उसके व्यापार पर प्रतिकुल प्रभाव पडा था। यह भी उल्लेखनीय है कि संदीप कोठारी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसे आदतन अपराधी बताया है लेकिन अनुविभागीय अधिकारी कटंगी के द्वारा उसे उत्तम चरित्र और निर्दोष साबित करने की रिपोर्ट जिला दण्डाधिकारी को सौपी थी।

संदीप पर दर्ज अनेक झूठे मुकादमे दर्ज होने और जिलाबदर की कार्यवाही के बाद मई 2012 में अनुविभागीय अधिकारी कटंगी द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि संदीप कोठारी किसी भी अपराधिक कार्य में लिप्त नही है। उसने जिनके खिलाफ खबरे लिखी और शिकायते की वे ही लोग संदीप पर झूठे प्रकरण दर्ज करवा रहे है। संदीप उन लोगों के खिलाफ खबरे लिखता रहा है जो चोरी छिपे अवैध उत्खनन करते है।

एसडीएम कटंगी ने जब कलेक्टर बालाघाट को रिपोर्ट दी थी उस समय तक पुलिस के द्वारा संदीप पर 22 प्रकरण कायम किये जा चुके थे एसडीएम की रिपोर्ट दिये जाने के बावजूद संदीप के विरूद्ध शिकायते दर्ज करने का सिलसिला चलता रहा हाईकोर्ट ने भले ही संदीप को निर्दोष करार कर दिया लेकिन पुलिस और प्रशासन की निगाह में संदीप हिस्ट्रीशीटर हो गया। यह भी उल्लेखनीय है कि हत्या के आरोपी विशाल टांडी के विरूद्ध 18 मुकदमे दर्ज होने के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने उसे हिस्टीशिटर नही माना। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस वारदात में शामिल 4 आरोपी बालाघाट के है शेष 3 बाहर के है जो हत्या की योजना में शरीक रहे है।

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