रायसेन/विनीत माहेश्वरी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता किरार ने सीईओ अनुराग चौधरी के व्यवहार से तंग आकर इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। उनके साथ जिला पंचायत के कई सदस्य भी इस्तीफा देने वाले हैं।
ये है जिला पंचायत अध्यक्ष का दर्द
जिला पंचायत के सीईओ अनुराग चौधरी की कार्यप्रणाली से खफा होकर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता किरार ने आरोप लगाया कि सीईओ द्वारा अपनी मनमर्जी से काम किया जा रहा है। जिला पंचायत के अंतर्गत होने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यों की जानकारी नहीं दी जाती है। वहीं सामान्य सभा एवं अन्य महत्वपूर्ण बैठकों का एजेण्डा और अन्य जानकारी प्रदान करना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। जब फोन किया जाता है तो फोन नहीं उठाया जाता है और जब चैम्बर में बुलाया जाता है तो सीईओ साहब नहीं आते है मिलने जाते है तो उनके पास समय नहीं है।
सीसीटीव्ही कैमरा लगाए:-
जिपं अध्यक्ष अनीता किरार ने कहा कि सीईओ ने अपनी कार्यालय कक्ष में सीसीटीव्ही कैमरे और वॉईस रिकार्डर लगा के रखा हुआ है। उन कैमरो से रिकार्डिग करके क्या साबित करना चाहते है। जिले में कई घोटाले उजागर हो रहे है लेकिन इसके बावजूद भी कार्यप्रणाली जस की तस ही है घोटालों के दोषी हमसे कहते है जो करना है कर लो हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो हमे सिर्फ नाम मात्र का अध्यक्ष बना दिया है काम तो अधिकारी अपने मन माफिक कर रहे है तो अध्यक्ष के होने का क्या फायदा है इसलिए जिपं अध्यक्ष पद ही शासन को समाप्त कर देना चाहिए।
प्रतिनियुक्ति पर जमे अधिकारी:-
जिला पंचायत में लंबे अरसे से प्रतिनियुक्ति पर एडीशनल सीईओ राकेश गौतम, मनरेगा अधिकारी अजीत श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर जमे हुए है जिससे इन अधिकारियों द्वारा जनता का हित ना देखते हुए खुद का हित देखा जा रहा है। जिससे जिले में शौचालय निर्माण घोटाले में करोड़ो रूपए की हेराफेरी कर दी गई। वहीं मनरेगा में मृतकों को ही मजदूरी बांट दी गई और माध्यन्ह भोजन सहित कहीं योजनाओं पर पलीता लग गया है। जिले में विकास कार्यों पर करोड़ों रूपए खर्च कर दिए गए है लेकिन धरातल पर हालत जस की तस बनी हुई है। इन दोनों अधिकारियों पर महिला उत्पीडऩ का भी आरोप लगा चुका है लेकिन इन अधिकारियों पर शासन की दया होने से इनका कोई बाल भी बाका नहीं कर सका है।
इनका कहना है:-
जिला पंचायत अध्यक्ष एवं अन्य सदस्य नाराजगी व्यक्त करने आए थे उनकी हर समस्या को हमारे द्वारा लिख लिया गया है उनकी समस्याओं का निराकरण हर संभव किया जाएगा। अगर जिपं का एक सदस्य नाराज नहीं होता तो उसकी नाराजगी दूर की जाती है लेकिन सभी सदस्यों के एक साथ एक समय में नाराज हो जाना यह बात मुझे समझ नहीं आ रही है।
अनुराग चौधरी
जिला पंचायत सीईओ रायसेन