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न्यू भोपाल की आॅनलाइन रजिस्ट्री ISBT से

भोपाल। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में एक जुलाई से ई-पंजीयन व्यवस्था शुरू हो जाएगी। राजधानी के जवाहर चौक स्थित पंजीयन दफ्तर व गोविंदपुरा पंजीयन दफ्तर को इससे पहले आईएसबीटी में बने पंजीयन दफ्तर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। यानी नए शहर में मिसरोद से लेकर रातीबड़, नीलबड़ और रायसेन रोड की पूरी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री यहीं होगी। पुराने शहर की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री परी बाजार के दफ्तर में ही होगी। इसके रिनोवेशन का काम भी पूरा कर लिया गया है।

पंजीयन मुख्यालय ने सभी रजिस्ट्रार कार्यालयों को जल्दी से जल्दी दफ्तर की शिफ्टिंग के निर्देश जारी कर दिए हैं। पंजीयन अधिकारियों ने बताया कि ई-रजिस्ट्री के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर व स्वान कनेक्टिवटी का काम पूरा कर लिया गया है। फर्नीचर व अन्य रिकाॅर्ड नए दफ्तरों में पहुंचाया जा रहा है।

यहां होंगे दफ्तर
आईएसबीटी में जवाहर चौक व गोविंदपुरा रजिस्ट्री ऑफिस शिफ्ट होगा। पुराने शहर की रजिस्ट्री परी बाजार में ही होगी।

आॅनलाइन जमा कर सकेंगे स्टाम्प ड्यूटी
ई-रजिस्ट्री का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि स्टाम्प ड्यूटी की रकम नगद नहीं देनी होगी। सर्विस प्रोवाइडर को आॅनलाइन ही रुपए ट्रांसफर किए जा सकेंगे। इसके लिए राजधानी में 127 सर्विस प्रोवाइडर को लाइसेंस दिए जा चुके हैं। प्रॉपर्टी के इलेक्ट्राॅनिक रजिस्ट्रीकरण की इस पद्धति को ‘संपदा’ नाम दिया गया है। एक इंटरनेट इनेबल्ड यूजर फ्रेंडली सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करेगा। रजिस्ट्री के दस्तावेज उसी दिन हाथों-हाथ मिल जाएंगे। वर्तमान व्यवस्था में तीन दिन तक इंतजार करना पड़ता है।

एक क्लिक पर मिलेगी सर्च रिपोर्ट
इसका एक फायदा यह होगा कि किसी भी प्रॉपर्टी की सर्च रिपोर्ट एक क्लिक पर मिल सकेगी। अब तक इसके लिए हफ्ते भर तक इंतजार करना पड़ता है। इससे यह पता लगाना आसान होगा कि खरीदी जाने वाली प्रॉपर्टी अभी किसके नाम है। इससे धोखाधड़ी की गुंजाइश कम रहेगी।

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