ग्वालियर। बिजली कंपनी के तमाम अधिकारी करहिया थाना प्रभारी बीएस कौरव के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। कुछ इस तरह से आंदोलन की तैयारी की जा रही है मानो आरोपित टीआई ने गुनाह ए अजीम कर दिया हो, जबकि मामला एक जेई की लापरवाही का है। ग्रामीण आक्रोशित थे और यदि टीआई स्टेप ना लेते तो बिजली कंपनी की संपत्तियों को नुक्सान पहुंच सकता था।
हुआ यूं कि कहरिया बिजली वितरण क्षेत्र के प्रभारी जेई योगेश चौरसिया कभी मुख्यालय पर नहीं रहते। उनकी अनुपस्थिति में बिजली भी नहीं रहती। इसके चलते पेयजल संकट भी खड़ा हो जाता है। सुनवाई के लिए कोई उपलब्ध ना होने के कारण पिछले दिनों कुछ ग्रामीण करहिया थाना प्रभारी बीएस कौरव के पास जा पहुंचे।
टीआई कौरव ने लापरवाह प्रभारी जेई को कड़ी आवाज में कर्तव्य पर उपस्थित रहने के लिए कहा। बस फिर क्या था, प्रभारी जेई योगेश चौरसिया ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न और बिजली कंपनी के काम में पुलिस विभाग का हस्तक्षेप बातते हुए तमाम स्तरों पर शिकायतें ठोक डालीं।
उधर कप्तान सिंह मुख्य महाप्रबंधक ने भी मामले की जांच के लिये एसई को निर्देश दिये हैं। बिजली मामलों के अभिभाषक दलवीर सिंह चौहान ने डीजीपी को इस मामले की शिकायत की है। बिजली कंपनी के अधिकारी इस मामले को लेकर पाॅवर इंजीनियर एण्ड एम्प्लाइज एसोसियेशन के बैनर तले इकटठे हो रहे हैं। उन्होंने भी इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की है। और आन्दोलन की चेतावनी दी है।
पुलिस के पास आतीं हैं सभी तरह की शिकायतें
ग्रामीण इलाकों में यह सामान्य है। किसी भी प्रकार की समस्या के लिए लोग पुलिस के पास पहुंच जाते हैं। अहस्तक्षेप योग्य मामलों में पुलिस अधिकारी सामान्यत: दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला सुलझाने की कोशिश करते हैं, यदि दोनों पक्ष सुलह नहीं करते तो अदम चैक बनाकर शिकायतकर्ता को दिया जाता है ताकि वो न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत कर सके। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ।
छतरपुर जाना चाहते हैं प्रभारी जेई
सूत्र बताते हैं कि प्रभारी जेई योगेश चौरसिया छतरपुर ट्रांसफर कराना चाहते हैं। इसके लिए वो पहले भी कोशिश कर चुके हैं परंतु अफसरों से सेटिंग नही हो सकी। अब उन्हें यह मामला मिल गया है अत: जान का खतरा बताकर वो यहां से छतरपुर जाने की जुगत लगा रहे हैं। यहां याद दिला दें कि बिजली कंपनी में हाल में हुए तबादलों पर भारी लेनदेन का आरोप लगा है।
और भी हैं कई शिकायतें
थाना प्रभारी कौरव ने भोपाल समाचार को बताया कि प्रभारी जेई योगेश चौरसिया की कई शिकायतें थाने में आ चुकीं हैं। ग्रामीणों के साथ अभद्रता, गाली गलौच के अलावा और भी कई विवाद आ चुके हैं परंतु हर बार उन्हें बुलाकर राजीनामा करवाया गया और दोनों पक्षों को विवाद ना करने के लिए पाबंद किया गया।