नई दिल्ली। भविष्य निधि के दायरे में आने वाले सभी एंप्लॉयर्स के लिए यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) का इस्तेमाल अनिवार्य बना दिया गया है। पिछले दिनों ईपीएफओ ने इससे संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया। क्या है यूएएन और इसका क्या फायदा होगा, आइये जानते हैं:-
क्या है UAN?
यूएएन सुविधा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल अक्टूबर में की थी। इस योजना के तहत हर एंप्लॉयर अपने एंप्लॉयी को एक खास नंबर देगा, जिसकी मदद से वह एंप्लॉयी अपने पीएफ खाते को ऑनलाइन देख सकेगा। यह नंबर हमेशा के लिए वही रहेगा, चाहे कोई एंप्लॉयी कितनी भी बार नौकरी बदले। यूएएन लागू करने की सीमा 25 अगस्त है और इसे लागू करने का काम एंप्लॉयर को करना है। जो एंप्लॉयर इस डेडलाइन तक इसे लागू नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कर्मचारी भविष्य निधि योजना, 1952 और दूसरे कानूनों में दिए गए अधिकारों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कैसे मिलेगा नंबर?
जिस कंपनी या फर्म में आप काम करते हैं, वह कंपनी अपने सभी एंप्लॉयी को यूएएन देगी। कंपनी से एंप्लॉयी को इस बारे में जानकारी हासिल करनी होगी। कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या के हिसाब से ईपीएफओ से नंबर मांगेंगी। फिर वे नंबर कर्मचारियों को दिए जाएंगे। इसके बाद इन नंबरों को कर्मचारी के पैन, बैंक खाते और आधार नंबर के साथ जोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद ही कर्मचारी यूएएन का इस्तेमाल कर सकेंगे। ईपीएफओ ने पिछले साल जुलाई में चार करोड़ यूएएन एंप्लॉयर्स को जारी किए थे। एंप्लॉयर्स इन्हें अपने कर्मचारियों को दे रहे हैं। अभी तक 56.34 लाख कर्मचारियों ने अपना पोर्टेबल पीएफ खाता नंबर ऐक्टिवेट किया है।
क्या है फायदा?
यूएएन नंबर मिलने के बाद किसी भी कर्मचारी को नौकरी बदलने की स्थिति में पीएफ का पैसा निकालने या उसे ट्रांसफर करने के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। पीएफ खाताधारक अपने पूरे करियर के दौरान देश भर में कहीं भी इस नंबर का उपयोग कर सकता है। जॉब बदलने के बावजूद पीएफ का पैसा ट्रांसफर करने या निकालने की जरूरत नहीं होगी। इस नंबर पर नया एंप्लॉयर पीएफ का पैसा उसके खाते में जमा कर सकता है। यह कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम कर रहे मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा, क्योंकि वे कुछ समय के बाद अपनी जॉब एक शहर से दूसरे शहर में बदलते रहते हैं।
नंबर न मिलने पर
अगर कोई एंप्लॉयर यह नंबर नहीं दे रहा है तो कर्मचारी ईपीएफओ की साइट पर जाकर इसकी शिकायत कर सकता है। ऐसे में उस एंप्लॉयर को नोटिस भेजा जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।