भोपाल। पुलिस के जाल में फंसे लोगों के साथ क्या व्यवहार होता है और उसका समाज पर क्या असर पड़ता है। यह मामला इस विषय की एक नजीर है। तीन साल पहले पुलिस ने एक युवक के पास से चोरी की बाईक बरामद की थी। पुलिस का व्यवहार कुछ इस प्रकार का रहा कि युवक खुद ही बाइक चोर बन गया। उसने अपना गिरोह बना लिया और मात्र 3 साल से 50 से ज्यादा बाइक चोरी कीं। कारोबार में इनोवेशन करते हुए यह गिरोह आॅर्डर लेकर बाइक चुराने लगा।
एसएसपी डॉ. रमनसिंह सिकरवार के मुताबिक हमीदिया अस्पताल के गेट पर एक संदिग्ध बाइक सवार के खड़े होने की सूचना पर उसे पकड़ा गया। वह राजगढ़ निवासी 22 वर्षीय इमरान खान निकला। पूछताछ में उसने राजगढ़ निवासी अपने साथियों जाहिद खान, अज्जू खान, शौकीन खान, इस्लाम और सद्दाम खान के नाम भी क्राइम ब्रांच को बताए। इनमें इस्लाम और सद्दाम चोरी के वाहनों को बिकवाने का काम करते, जबकि बाकी वाहन चोरी में माहिर हैं। गिरोह का इमरान लीडर है। पुलिस ने इन आरोपियों को पकड़ कर उनकी निशानदेही पर चोरी की 35 बाइक बरामद कर लीं।