भोपाल। मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रमुख सचिव गौरी सिंह, आयुक्त राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन फैज अहमद किदवई को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में संविदा कर्मचारियों का स्थांतारण किये जाने की मांग को लेकर 25 जून 2015 को ज्ञापन सौंपा था।
ज्ञापन मेें अवगत कराया गया था कि महिला संविदा कर्मचारियों के स्थानान्तरण नहीं होने के कारण उनके साथ ऐसी स्थिति आ गई है कि या तो वो पति छोड़े या नौकरी । क्योंकि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत अधिकांश महिलाएं विवाहित हैं लेकिन उनकी नौकरी किसी जगह है और परिवार किसी जगह है जिसके कारण उनको पारिवारिक दायित्व निर्वहन में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए अतिशीध्र स्थांनातरण नीति लागू की जाए।
30 मई को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन ने महिला कर्मचारियों के लिए स्थांतारण नीति लागू कर दी है जिसमें महिला जहां पर पति और परिवार है वहां पर अपना स्थानातरण करा सकेंगी तथा पुरूष वर्ग में म्युचल स्थांनातरण भी हो सकेगें। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने स्वास्थ्य मंत्री से स्वेच्छीक स्थांनातरण किये जाने के बाद पुरानी सेवा शून्य माने जाने पर विरोध जताते हुये कहा है कि इस बिन्दु को विलोपित किया जाए । क्योंकि सरकार कर्मचारी के अनुभव का लाभ तो नये स्थान पर भी ले रही है तो स्थांनातरण होने पर उसकी पुरानी सेवा का लाभ क्यों नहीं दे सकती है।