सागर। उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के खिलाफ मंत्री पं. गोपाल भार्गव ने खंब ठोक दिया है। उन्होंने स्पष्ट ऐलान किया है कि यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि सागर के स्टूडेंट्स छतरपुर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करें। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय से कॉलेजों की संबद्धता यथावत रखनी होगी। विधायक शैलेन्द्र जैन ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए ऐलान किया है कि यदि सरकार ने आदेश वापस नहीं लिया तो आंदोलन होगा और मैं इस आंदोलन में पूरी ताकत से शामिल रहूंगा।
डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को छतरपुर विश्वविद्यालय से संबद्धता लेने के प्रदेश सरकार के निर्णय का जिले भर में विरोध हो रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि मैंने मंगलवार को ही वल्लभ भवन में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव केके सिंह बात की थी। उनको पूरा मामला बता दिया है। साथ ही कहा है कि एक भी कॉलेज अथवा विद्यार्थी सागर की जगह छतरपुर विश्वविद्यालय जाने को तैयार नहीं है।
प्रमुख सचिव ने मुझे बताया भी है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि कॉलेज केंद्रीय विवि से संबद्ध न हाें। कॉलेजों की संबद्धता सागर विश्वविद्यालय से ही बने रहने में कोई भी अड़चन नहीं है। इसमें सिर्फ विश्वविद्यालय प्रबंधन की औपचारिक सहमति लगती है। यही बात उच्च शिक्षा आयुक्त सचिन सिन्हा ने भी बताई है। मंत्री भार्गव ने बताया कि डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की विद्या परिषद संबद्धता की मंजूरी दे दी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी इस पर सहमति जताई है।
मंत्री भार्गव ने फिर दोहराया कि मैं किसी भी कीमत पर यह बात बर्दाश्त नहीं करूंगा कि सागर के विद्यार्थियों को परेशान होकर छतरपुर विवि जाना पड़े। मैं इस मामले पर शुरू से नजर रखे हुए हूं और इस पर सतत् रूप से अधिकारियों से चर्चा कर रहा हूं। जल्दी ही प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा भी कॉलेजों की संबद्धता मामले में गरमाए मुद्दे का निराकरण कर सागरवासियों की अपेक्षा अनुरूप कर दिया जाएगा। सागर के विद्यार्थियों को कहीं भी नहीं जाना पड़ेगा। सब सागर विवि के ही छात्र रहेंगे।
विधायक शैलेंद्र जैन ने किया आंदोलन का ऐलान
सागर नगर के विधायक शैलेंद्र जैन भी अब इसका खुलकर विरोध करने वालों में शामिल हो गए हैं। उन्होंने गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता से स्पष्ट कह दिया है कि कॉलेजों की संबद्धता सागर से ही बरकरार रखने की संशोधित अधिसूचना जारी रखिए। कॉलेजों की संबद्धता बरकरार नहीं रखी गई तो सागर में जन आंदोलन होने की पूरी संभावना है। इस आंदोलन में मैं सागर के युवाओं के साथ हूं। विधायक जैन ने बताया कि हम सभी जिले भर के विधायक सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे हैं। पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव से बात हो गई है, वह पहले से ही इस मामले में सतत् रूप से जुड़े रहकर पहल कर रहे हैं।
परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह से चर्चा होना बाकी है। हम जिले भर के जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री से कहेंगे कि कॉलेजों की संबद्धता बरकरार रखी जाएगी। विधायक जैन ने बताया कि कॉलेज जुड़े रहना बहुत जरूरी है, विधायक बने रहना महत्वपूर्ण नहीं है। विवेकानंद छात्र परिषद के संरक्षक विकास केशरवानी, शालीन सिंह आदि ने भी विधायक को ज्ञापन देकर संबद्धता मामले में मुख्यमंत्री से बात करने एवं सरकार के नहीं मानने की स्थिति में जन आंदोलन में साथ देने की बात कही है।