जबलपुर। मेडीकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. डीके साकल्ले ने आत्महत्या नहीं की बल्की उनकी हत्या की गई है। उनकी हत्या लेजर गन से की गई थी जो नेपाल बिहार के रास्ते से यहां लाई गई थी। डॉ. साकल्ले फोरेंसिक एक्सपर्ट थे जो स्वयं मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या नहीं कर सकते थे। यह बात यहां आयोजित पत्रकारवार्ता में आईएम के अध्यक्ष डॉ. सुधीर तिवारी ने कही। उन्हें आशंका है कि उनकी भी हत्या की जा सकती है।
डॉ. सुधीर तिवारी ने कहा कि डॉ. साकल्ले की बॉडी ड्राय मिली थी, जबकि मिट्टी का तेल डाकर आत्महत्या करने वालों की बॉडी गीली होती है। ऐसे मामलों में तुरंत मौत भी नहीं होती। व्यापमं घोटोले में शामिल लोगों की जिस तरह से एक कर हत्या की जा रही है उससे साफ जाहिर होता है डॉ. साकल्ले की भी हत्या की गई है। उन्होंने यह भी कहा ये हत्यायें सामान्य तरीके से नहीं बल्की साइबर क्राइम के माध्यम से की जाय रही हैं। उन्होंने स्वयं की हत्या के मामले में कोई सुरक्षा लेने की बात से इंकार किया।