उपदेश अवस्थी/भोपाल। कैलाश विजयवर्गीय जब से भाजपा के महासचिव बने हैं, अशुभ ही अशुभ हो रहा है। कुछ ऐसा घट रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय किसी ना किसी वर्ग विशेष के निशाने पर आ रहे हैं। सबसे पहले इंदौर भोपाल हाईवे पर जाम के कारण यात्रियों ने कैलाश को कोसा, फिर जुलूस के दौरान एंबूलेंस में मासूम की मौत और उसके बाद 'मृत पत्रकार का उपहास'। इस मामले में प्रेस क्लब आॅफ इंडिया ने कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। कैलाश देशभर की पत्रकार बिरादरी के निशाने पर आ गए हैं।
पत्रकार बिरादरी नाराज है मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से। इस बात को कल शाम प्रेस क्लब आफ इंडिया में साफतौर पर देखा जा सकता था। बड़ी तादाद में एकत्रित हुए पत्रकारों ने व्यापमं की जांच कर रहे आज तक के पत्रकार अक्षय सिंह को श्रद्धांजलि दी। माहौल गम और गुस्से से भरा हुआ था। प्रेस क्लब ने बीजेपी के महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा अक्षय की मृत्यु का उपहास उड़ाने पर निंदा प्रस्ताव पारित किया।
पत्रकार अक्षय सिंह के मामले में सबसे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि 'उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।' जबकि जांच में पाया गया कि पत्रकार का शरीर नीला पड़ गया था। मौत एक अज्ञात और तीखे जहर की वजह से हुई है। इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकार की मौत के सवाल पर कहा 'पत्रकार वत्रकार क्या होता है, वो हमसे बड़ा है क्या?'
याद दिला दें कि इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में प्रख्यात अखबार 'पत्रिका' से भिड़ चुके हैं। उस मामले में प्रतिस्पर्धी अखबार दैनिक भास्कर और दूसरे अखबारों ने कैलाश विजयवर्गीय को फेवर दिया था परंतु इस बार कैलाश विजयवर्गीय भारत की पूरी पत्रकार बिरादरी के निशाने पर आ गए हैं।