भोपाल। नम्रता डामोर सहित दूसरे कई लोगों की संदिग्ध मौत की जांच कर रही सीबीआई ने अब रवि एवं बंटी की मौत की जांच के लिए भी एफआईआर दर्ज कर ली है। दोनों रैकेटियर थे और दोनों ने किसी ना किसी को एडमिशन दिलाने के लिए पैसे लिए थे। इसके बाद दोनों की लाशें फांसी पर झूलती हुई मिलीं। पुलिस ने दोनों की मौत को आत्महत्या बताया है लेकिन कारणों का खुलासा नहीं किया।
सैनिक काॅलोनी, गोले का मंदिर ग्वालियर निवासी रैकेटियर बंटी उर्फ महेंद्र सिकरवार की लाश 21 जनवरी 2014 को उसी के घर में फांसी पर झूलती हुई मिली थी।
रैकेटियर आदित्य चौधरी का असली नाम रवि पिप्पल है। वह मुरैना का रहने वाला था। वह एमजीएम मेडिकल कालेज इंदौर का छात्र था। रवि पिप्पल की लाश हाॅस्टल के रूम में 25 अक्टूबर 2012 को फांसी पर झूलती हुई मिली थी।