शिवराज को 10 करोड़ रिश्वत का राज उपरीत की पूछताछ में खुलेगा

Bhopal Samachar
भोपाल। व्यापमं घोटाले की जांच कर रही सीबीआई अब योगेश उपरीत से पूछताछ करने जा रही है। यह पूछताछ जेल परिसर में ही होगी। बता दें कि योगेश उपरीत ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया था कि जिस मंत्री को स्वास्थ्य शिक्षा विभाग मिलता था, सबसे पहले 10 करोड़ रुपए का नजराना डीमेट की ओर भेज दिया जाता था। याद दिला दें कि इस दौरान नरोत्तम मिश्रा के अलावा शिवराज सिंह चौहान पर भी स्वास्थ्य शिक्षा विभाग रहा है। उपरीत के इस खुलासे के बाद एसटीएफ ने उनसे पूछताछ की बंद कर दी थी। देखना रोचक होगा कि क्या सीबीआई की पूछताछ इसी दिशा में आगे बढ़ेगी। 

एपीडीएमसी (एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट डेंटल एंड मेडिकल कॉलेजेस) के कोषाध्यक्ष योगेश उपरीत से व्यापमं के 11 हाई प्रोफाइल नामों को जानने के लिए सीबीआई जेल में पूछताछ करेगी। गुरुवार को सीबीआई ने एसीजेएम एके सिंह की कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत कर उपरीत से पूछताछ की अनुमति मांगी और कोर्ट ने सीबीआई को अपराध क्रमांक 285/13 की आगे की जांच को बढ़ाने के लिए उपरीत से जेल में पूछताछ की अनुमति दे दी है। सीबीआई ने अब व्यापमं घोटाले की जांच शुरू कर दी है।

सबसे पहले अपराध क्रमांक 285/13 से शुरुआत की है। इस केस में हाई प्रोफाइल लोगों के खिलाफ केस दर्ज हैं और प्री पीजी से संबंधित हैं। सीबीआई ने अपने आवेदन में बताया है कि क्रमांक 285/13 में 8 लोगों के नाम एफआईआर में शामिल किए गए हैं। इस केस में आरोपियों की संख्या 19 हो सकती है। यह मामला काफी हाई प्रोफाइल है। इसलिए सबसे पहले योगेश उपरीत से पूछताछ करना जरूरी है। उपरीत से पूछताछ करके जो आरोपी छूट गए हैं, उन्हें इस केस में शामिल करना है। आगे की जांच भी पूरी करनी है। कोर्ट ने उपरीत से जेल में पूछताछ की अनुमति दे दी है। सीबीआई की ओर से पैरवी अपर लोक अभियोजक बृजमोहन श्रीवास्तव ने की।

इन हाई प्रोफाइल लोगों के खिलाफ दर्ज हैं केस
अपराध क्रमांक 285/13 में निम्नांकित आरोपी दर्ज हैं: 
पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य गुलाब सिंह किरार। आरोप है कि गुलाब सिंह को शिवराज की सरपरस्ती हासिल थी और इसी के चलते गुलाब सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई। 
गुलाब सिंह के पुत्र शक्ति सिंह किरार, विशाल यादव, डॉ.बीआर श्रीवास्तव, सुधीर भदौरिया, पंकज त्रिवेदी, रश्मि सिंह, योगेश उपरीत के खिलाफ केस दर्ज हैं। 

ऋचा जौहरी के एडमिशन के आरोप में बंद है उपरीत
डॉ.ऋचा जौहरी का प्री पीजी में फर्जी तरीके से एडमिशन कराने के आरोप में योगेश उपरीत जेल में बंद है। ऋचा को प्रदेश में टॉप कराने के लिए 30 लाख रुपए लिए थे।
यहां यह बताना भी जरूरी है कि डॉ.ऋचा जौहरी फरार चल रहीं हैं और उनकी फरारी में एसआईटी की नरमदिली काफी चर्चित रही। 

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