भोपाल। कोलार, साकेत नगर, अयोध्या बायपास व टीटी नगर इलाके में इस साल भी डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं। इस महीने में अब तक पांच मरीज मिल चुके हैं। इनमें दो कोलार और एक अयोध्या इलाके का है। इसी तरह से पिछले महीने जो सात मरीज मिले थे, वे टीटी नगर, कोलार व साकेत नगर क्षेत्र के थे। मलेरिया विभाग की टीम संवेदनशील इलाकों में तीन-तीन बार सर्वे कर चुकी है। फिर भी 15-20 फीसदी घरों में डेंगू के लार्वा मिलना विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है।
बताया जा रहा है कि इन क्षेत्रों में डेंगू के मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि 15 से 20 फीसदी घरों में लार्वा अभी भी मौजूद है। पिछले साल इन कॉलोनियों में डेंगू मरीजों की संख्या 65 तक पहुंच गई थी। सबसे ज्यादा मरीज तो टीटी नगर इलाके में मिले थे।
दिसंबर के बाद यहां डेंगू के केस तो कम हो गए, लेकिन लार्वा पिछले साल जैसे ही मिल रहे हैं। जनवरी से अब तक 1 लाख 32 हजार घरों में लार्वा सर्वे किया गया हैं। इनमें सात हजार घरों में लार्वा मिला है। कुछ कॉलोनियों में 15-20 फीसदी तो कुछ घरों में 6-7 फीसदी लार्वा मिल रहा है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. वीणा सिन्हा ने बताया कि पायरेथ्रम खरीदी के लिए ऑर्डर जारी कर दिए हैं। अगले हफ्ते कोलकाता से 2000 लीटर पायरेथ्रम आ जाएगा।
इसलिए नष्ट नहीं हो रहे लार्वा
दरअसल, मलेरिया विभाग की टीम लार्वा सर्वे तो कर रही है, लेकिन जिन घरों में लार्वा मिल रहा है वहां मच्छरों को मारने के लिए दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है। इसकी मुख्य वजह मच्छर मारने की दवा पायरेथ्रम खत्म होना है। हाल ही में मलेरिया विभाग ने नगर निगम से 50 लीटर पायरेथ्रम उधार लिया है, लेकिन डेढ़ महीने से इसका छिड़काव नहीं किया जा रहा है।