भोपाल। चुनावी दौर में तमाम पार्टियों का कचरा अपनी छत पर स्वागत के साथ समेटने वाली भाजपा अब दलबदलुओं की काली करतूतों से परेशान होने लगी है। बीएसपी से कूदकर भाजपा में पहुंचे निशांत सत्संगी को शिवराज से लेकर अमित शाह तक स्पेश दिया गया, लेकिन जब भोपाल में एक डॉक्टर की किडनेपिंग के मामले में सत्संगी धर लिया गया तो भाजपा ने भी उसे किकआउट कर दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने ऐलान किया कि निशांत सत्संगी के अलावा रायसेन से भाजपा नेता प्रशांत साहू को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया है। रायसेन में डीआईसी मैनेजर रामदयाल बेले की हत्या के मामले में पुलिस को प्रशांत की तलाश थी। चार दिनों तक लापता रहने के बाद प्रशांत पुलिस के सामने पेश हुआ था।
माना जा रहा है कि निशांत सत्संगी के मामले में हुई बदनामी की वजह से पार्टी तुरंत कार्रवाई करने के लिए मजबूर हुई है। निशांत के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ फोटो सामने आने के बाद पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही थी।