भोपाल। जब से देश में मोदी सरकार आई है दिलों में दरार बढ़ गई है। मुसलमान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और कट्टरवादी हिन्दू बार बार उन्हें पाकिस्तान जाने की सलाह दे रहे हैं। इस घने तनाव के बीच एक ब्राह्मण बालक अपने बीमार मुसलमान दोस्त की तीमारदारी में लगा है। वो उसे जूते पहनाता है, कपड़े बदलता है, गोद में स्कूल ले जाता है। यहां ब्राह्मण का जिक्र इसलिए क्योंकि हिन्दुओं में ब्राह्मणों को सबसे ज्यादा दुत्कारा जाता है। ब्राह्मणों का विरोध समाज में फैशन बन गया है। मुसलमानों के अलावा हिन्दुओं की कई जातियां ब्राह्मणों को घृणा भरी निगाहों से देखतीं हैं।
इस ब्राह्मण बालक का नाम है आदित्य शर्मा और उसका दोस्त है आकिब जावेद। राजधानी के आदित्य शर्मा और आकिब जावेद की दोस्ती मिसाल बन गई है। ये दोनों डीआईजी बंगला स्थित ग्रीन पार्क कॉलोनी में आसपास रहते हैं। दोनों बचपन से साथ खेले और पढ़े हैं। आदित्य और आकिब दोनों प्राइवेट स्कूल में अध्ययनरत हैं।
5 मार्च 2013 को आकिब अपने स्कूल के दोस्तों के साथ कार में बैठकर परीक्षा देने जा रहा था। जब वे लिंक रोड नंबर एक से गुजर रहे थे, तभी अचानक कार का टायर पंक्चर हो गया। इस कारण कार का संतुलन बिगड़ गया और कार डिवाइडर से जा टकराई। इस दुर्घटना में आकिब गंभीर रूप से घायल हो गया था।
सभी दोस्तों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि आकिब की स्पाइनल कार्ड डैमेज हो गई है। इस कारण उसके कमर के नीचे का पूरा भाग पैरालाइज हो गया है, जिसका इलाज अब भी चल रहा है। अभी तक आकिब के इलाज पर 15-20 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। माता पिता इलाज के लिए पैसों की चिंता में दिनरात पिस रहे हैं।
गोद में ले जाता है
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान आकिब का दोस्त आदित्य उसके साथ रहा। एक सगे भाई से ज्यादा उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरत का वह ध्यान रखता है। आदित्य ने उसका साथ नहीं छोड़ा और उसकी तीमारदारी में लगा रहा। इतना ही नहीं जब वह अस्पताल से अपने घर आ गया, उसके बाद भी वह आकिब को परीक्षा दिलाने के लिए स्कूल जाने से पहले जगाकर उसे तैयार करता है। कपड़े-जूते पहनाने से लेकर गोद में उठाकर उसे क्लास रूम तक पहुंचाने का दायित्व आदित्य पूरी शिद्दत से निभाता है। दोस्त की मदद के चलते उसने 12वीं कक्षा पास कर ली है।