भोपाल। 'ईसाई समुदाय पर हो रहे हमले दुर्भाग्यपूर्ण हैं। ईसाइयों की सुरक्षा के लिए हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई बार मिल चुके हैं। वे सिर्फ आश्वासन ही देते हैं, लेकिन सुरक्षा नहीं दे रहे हैं। हमें किसी की मेहरबानी नहीं चाहिए। हम सिर्फ न्याय चाहते हैं।' यह बात गुरुवार को प्रदेशभर से राजधानी आए आर्च बिशप ने कही।
वे कैथोलिक कॉउंसिल ऑफ मध्यप्रदेश की दो दिवसीय बैठक के बाद संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बैठक का मुख्य मकसद बढ़ती हिंसा और अशांति के वातावरण में शांति दूत बनना था। इसलिए समाज में शांति लाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जबलपुर में ईसाई समाज के वार्षिक कार्यक्रम में एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने हमला कर आरोप लगाया कि कार्यक्रम में धर्म परिवर्तन हो रहा है। जबकि आयोजन की अनुमति पुलिस व प्रशासन दोनों ने दी थी। पीड़ित पक्ष के बयान होने के बाद भी अब तक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
इंदौर में धर्म परिवर्तन कराने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला आने तक कुछ भी कहना सही नहीं होगा। भोपाल के आर्च बिशप लियो कार्नेलियो ने बताया कि ईसाई समुदाय की 30 साल पहले आबादी 2.6 प्रतिशत थी, जो घटकर 2.3 प्रतिशत रह गई है। यह सरकारी आंकड़ा है। यदि धर्म परिवर्तन करा रहे होते तो ईसाई समुदाय के लोगों की संख्या बढ़नी चाहिए थी। सांप्रदायिक शक्तियां धर्म और जाति के आधार पर समाज को विभाजित कर रही हैं। इसे रोकना भी एक बड़ी चुनौती है।