शिक्षक संवर्ग में संविलियन व अंतरिम राहत की तीसरी किश्त के साथ चौथी किश्त एक साथ देते हुए सितम्बर 2015 में छठे वेतन में समायोजन की मांग को लेकर आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय, संभाग व जिला इकाई के पदाधिकारियों ने अमरकंटक में मां नर्मदा की पूजा-अर्चना कर आन्दोलन को सफल बनाने का संकल्प लिया। अनूपपुर में आजाद रथ कार्यक्रम के आयोजन के बाद आज आजाद रथ अमरकंटक पहुंचा जहां प्रदेश के कोने-कोने से आए सैकड़ों अध्यापकों ने सुबह मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की व मां नर्मदा का जल लेकर आजाद रथ का जल तिलक किया।
मां नर्मदा की पूजा-अर्चना के बाद अध्यापकों ने शिवगोपाल आश्रम में एक बैठक की तथा आगामी रणनीति पर चर्चा हुई। आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय प्रवक्ता रत्नेष मिश्रा ने अमरकंटक से प्रदेष भर के सभी अध्यापकों को अपनी लड़ाई स्वयं लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि यह लड़ाई किसी संघ संगठन की नहीं है।यह आम अध्यापकों की लड़ाई है।इस आन्दोलन की सफलता आम अध्यापकों की भागीदारी व परिश्रम पर निर्भर है। इस बार इस लड़ाई को हर अध्यापक अपनी लड़ाई समझकर लड़ रहा है । उन्होंने कहा कि अध्यापक इस भावना के साथ 13 सितम्बर को भोपाल पहुंचें कि हम भोपाल तभी छोड़ेंगे जब हमें हमारा अधिकार मिल जाएगा।बैठक को प्रांतीय सहसचिव रमेष सोनकर ने भी संबोधित किया और कहा कि यह आन्दोलन पिछले सभी आन्दोलनों से अलग होगा और यह आन्दोलन जनआन्दोलन का रूप धारण करेगा।
बैठक में अनूपपुर से उपस्थित अनिल द्विेदी, संतोष तिवारी , हेमन्त मिश्रा आदि ने चिंता व्यक्त की कि 20 वर्षों बाद भी अध्यापक संवर्ग षिक्षाकर्मी भर्ती के समय की स्थिति में ही है।आप सभी ने प्रांतीय पदाधिकारियों को भरोसा दिया है कि आन्दोलन को सफल बनाने हर संभव प्रयास करेंगे।अमरकंटक संकल्प यात्रा में जबलपुर, षहडोल, इंदौर आदि संभागों के संभागाध्यक्ष तथा कई जिलों के जिला अध्यक्षों के साथ ही पड़ोसी जिलों के आम अध्यापकों भी ने भाग लिया।बैठक उपरांत आजाद रथ को अगले दिन के डिण्डौरी कार्यक्रम के लिए डिण्डौरी के लिए रवाना कर दिया गया।
इन्होंने लिया संकल्प
अमरकंटक पहुंचकर संकल्प लेने वालों में प्रांतीय प्रवक्ता रत्नेष मिश्रा, प्रांतीय सहसचिव रमेष सोनकर, जबलपुर संभागाध्यक्ष दिनेष मिश्रा , प्रांतीय कार्यकारिणी के उमरिया से विनोद गुप्ता , डिण्डौरी जिलाध्यक्ष देवेन्द्र दीक्षित, सुषील पाठक, गुलाब बड़गैंया,श्रीमती रष्मि राव, श्रीमती मानसी सोनी, आषीष उपाध्याय, राकेष मिश्रा , कमलेष श्रीवास्तव, शैलेन्द्र पाटिल, राजेष पाण्डेय, नवीन पवैया, अच्छेन्द सिंह, विजय तिवारी , लवकेष पिटानिया, अजय सिंह, लेख सिंह, राममिलन परधान, सत्य कुमार पाठक, राजेष खटिक , पंकज नारायण ष्षुक्ला, अनिल द्विेदी, संतोष तिवारी , हेमन्त मिश्रा, बलराम साहू, धर्मेन्द्र, अच्छेन्द सिंह, श्री ओ पी सिंह, आर आर प्रधान , सौखी लाल ,श्रीमती मालती ंिसह, धीरेन्द्र सोनवानी आदि सैकड़ों अध्यापकों ने संकल्प लिया।